पुलकित हो सौहार्द
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* सबसे हिल-मिलकर रहो,तभी बनेगी बात,जब सब सद्भावी बनें,तब रोशन हो रात।यही आज संदेश है,यही आज उद्घोष-भारतवासी एक हों,तब मिलती सौगात॥ हिन्दू-मुस्लिम एक हैं,मानव सारे एक,सबको बनना है यहाँ,मानुष चोखा,नेक।पुलकित हो सौहार्द नित,नेह पले हर हाल-सभी धर्म तो एक हैं,दिखते भले अनेक॥ अंधकार में रोशनी,बिखरेगी तब ख़ूब,उगे देश में एकता,की जब … Read more