पुलकित हो सौहार्द

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* सबसे हिल-मिलकर रहो,तभी बनेगी बात,जब सब सद्भावी बनें,तब रोशन हो रात।यही आज संदेश है,यही आज उद्घोष-भारतवासी एक हों,तब मिलती सौगात॥ हिन्दू-मुस्लिम एक हैं,मानव सारे एक,सबको बनना है यहाँ,मानुष चोखा,नेक।पुलकित हो सौहार्द नित,नेह पले हर हाल-सभी धर्म तो एक हैं,दिखते भले अनेक॥ अंधकार में रोशनी,बिखरेगी तब ख़ूब,उगे देश में एकता,की जब … Read more

जाने दुआ कब काम आ जाए

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* एक दिन तो सबको ही जाना है,छूट जायेगा यहीं पर सारा ताना-बाना है।अमर नहीं जीवन,बस करो कर्म अच्छे-गिनती की साँसें,गिनती का ठिकाना है॥ जब आता बुलावा,चलता नहीं बहाना है,इस सृष्टि का यह सच यही फसाना है।इसलिए कहते कि,करो कुछ उपकार भी-प्रभु के पास जाकर,वह हिसाब दिखाना है॥ गिने हुए श्वांस का ही,यह … Read more

बच्चों को रोशनी चाहिए

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* बाल दिवस विशेष…. बच्चों को मंहगे त्यौहार नहीं,उन्हें संस्कार दीजिये,उनको अपनी अच्छी सीखों,का उपहार दीजिये।आधुनिक खिलौने तो ठीक है,परन्तु उनके लिए भी-कैसे करें बड़ों से बात वह,उचित व्यवहार दीजिये॥ बच्चों को अभिमान नहीं,स्वाभिमान सिखाइये,आलस्य नहीं गुण उनको,श्रम दान बताइये।बच्चों चमक ही चमक नहीं,उनको चाहिये रोशनी-दिखावा नहीं आदर आशीर्वाद,का गुणगान दिखाइये॥ बच्चों को … Read more

दीपदान

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… दीप जले घर आँगना सुंदर हो त्योहार,द्वेष कपट सब त्याग कर सुखी करें संसार।प्रेम भाव के तेल से जीवन बने उजास-दु:ख से ना हो सामना फैले निसदिन प्यार॥ प्रेम भाव को थाम कर नव भर दें उल्लास,दीन-दुखी के साथ चल जीतें नव विश्वास।हृदय भाव से जो … Read more

मांग रही बेटी स्नेह

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** पावन सदा दीप-सी बाती,प्रेम की सरस झरती मेह,आँगन की चिड़िया है बेटी,वो उड़ जाती पराय गेह।नियम-कायदे में हम सारे,रिवाज़ रोक नहीं सकते-होता मन मायके देहरी,चलती वह ससुराल सदेह॥ कन्या पूजन इस भू होती,इसमें नहीं कोई संदेह,बेटी दिवस की जरूरत को,सोच-समझ ना करें कलह।कई सौ वर्षों आक्रांताओं,लड़ते पुरुष संख्या हुए क्षीण-स्त्री लूट ले जाते … Read more

भारत के लाल

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** भारत माँ के बहादुर लाल,था किया जिन्होंने उच्च भाल।मुगलसराय में जन्म लिये जो-यह देश बचाया बने ढाल॥ सादा तन-मन उच्च विचार,लिया देश का पूर्ण प्रभार।प्रधानमंत्री द्वितीय बनकर,पाक सैन्य बल पटका पार॥ मात्र अठारह माह दिखाया,बन पीएम अकाल मिटाया।पराक्रमी दृढ़ प्रण प्रतिपालक-भारत का सम्मान बढ़ाया॥ सीधा-साधा जन्म बिताकर,गरीब घर में जीवन पाकर।खोया … Read more

महिमा भारत भूमि अपार

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** प्रति क्षण व्रत तथा त्यौहार,मिलकर हम मनाते हैं,महिमा भारत भूमि अपार,आज ऋषि गुण गाते हैं।पंचमी कर नारी घर द्वार,अशुद्धि से शुचिता पाती-ऋषि व्रत की कह कहानी सार,जिसे हम मिल गाते हैं॥ उन श्रेष्ठ सप्त ऋषियों स्मृति रख,स्वयं ऊर्जा शासित है,साधना से धूसर आकाश,तप-दीप्त प्रकाशित है।वामदेव,विश्वामित्र,वशिष्ठ,शौनक कण्व,द्वाज,अत्रि-तप सगुण ज्ञान तारा मंडल,श्रेष्ठ वन्दित,वासित है॥ परिचय–ममता … Read more

बापू को चिट्ठी

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** बापू लिख रहा चिट्ठी आज,तुमको अपने देश के काज।स्वच्छ शांति सेवा शिक्षा से-भी ना बदले स्वदेश आज॥ कोई धरना रैली करते,देश लूटने आतुर होते।सरकारी हड़ताली बनकर,काम नहीं पर दाम चाहते॥ देश भक्ति व देश प्रेम का,झंडारोहण माल्यार्पण का।,मात्र दिखावा और छलावा-ढोल पीटकर जयकारा का॥ चरखा टूटा बकरी खाई,सेवाग्राम घास उग आई।सन्मति … Read more

हिंदी हिन्द की पहचान

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* भारत की आत्मा ‘हिंदी’ व हमारी दिनचर्या…. सरल सहज सुगम भाषा,वो बोली हिंदी है,सौम्य और सुबोध आशा,वो बोली हिंदी है।आत्मीय अभिव्यक्ति है उसका प्राण-सुंदर और सभ्य परिभाषा,वो बोली हिंदी है॥ संस्कृति संस्कार की वो एक फुलवारी है,हिंदी बहुत मधुर भाषा,वो तो जग से न्यारी है।भारत लाड़ली वीरता की है गौरवगाथा-हिंदी हृदय की … Read more

देवतुल्य पूर्वज हमारे

सुखमिला अग्रवाल ‘भूमिजा’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************* पितृ पक्ष विशेष… प्यार कभी कम नहीं करते,सदा बरसाते हैं नेह,वरदहस्त सदा रखते हैं,रखते हैं वो स्नेह।देव तुल्य पूर्वज हमारे,शत-शत तुम्हें नमन-कृपा दृष्टि सदा रखना,स्वस्थ रखना देह॥ भाव पूर्ण स्तुति करूँ,जोडूँ मैं दोनों हाथ,सर्वप्रथम तुम्हें मनाऊँ,चरण झुकाऊँ माथ।भूल न जाना बच्चों को,रहना सदा तुम पास-दु:ख-संकट दूर करना,देना हमारा साथ॥ परिचय-सुखमिला अग्रवाल का … Read more