बिकते शब्द

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** शब्द,मीठे-कड़वेबनाओ तो बन जातेशस्त्र,तीखे बाण-कानों को अप्रियआदेश। हौंसला, ढाढंस, ऊर्जा बढ़ातेमौत को टोक कररोक देते,उपदेशों से कर देते अमर। शब्दों का पालन,भाग-दौड़ भरी दुनिया से परेसिग्नल मुँह…

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पानी है अनमोल रत्न

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* आओ मिलकर हम सब अलख जलाएँ,जीवन अमृत पानी चलो बचाएँबिन पानी असंभव है प्राणी जीना,पेड़ों को मिलकर हम साथ लगाएँ। पानी है प्रकृति का…

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अनुभव करा दिया

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** बहुत हँसते थे,अपनों के साथ बैठकरजिंदगी ने आज,रोना सिखा दिया। ग़म बांटते थे सभी,साथ मिलकरजिंदगी ने अकेला,रहना सिखा दिया। शौक़ तो बहुत पाले थे,हमने भी जीने केमगर…

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पिघलती है धरती

डॉ. सुनीता श्रीवास्तवइंदौर (मध्यप्रदेश)*************************************** सूरज की किरणें जलती हैं तीखी,पिघलती है यह धरती! धरती पर बिछी है धूप की चादर चिकनी,हाय रे गर्मी! पिघलती जा रही धरती! पेड़ों की छाँव…

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करेंगे शिकायत

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** क्या बादलइंसानों से बात नहीं करते!बेचैन निगाहें,ताकती बादलों को। मन ही मन दुआएँमाँगती ऊपर वाले से,बादलों से कहे किबरस जा,काले घन को देखमयूर नाचतापीहू-पीहू बोल मनाता। बादल…

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हाय! ये गर्मी

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* हाय! ये गर्मी कितना हमें सताती है,इतना तो एक प्रेमिका भी नहीं सताती है। कभी तेज तो कभी नरम हो जाती है,हाय! गर्मी कितना हमें सताती…

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जीवन आधार यही

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************** जल वायु गगन समीर धरा पाँच तत्व,काया बने इनसे ये बात सच मानिएबिना इनके न कोई प्राणी जग बीच रहे,जीवन आधार यही सत्य आप जानिए। जल बिन…

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आओ एक पेड़ लगाएं

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* बढ़ा ताप सूरज का अब तो बहुत गरमी लग रही है,कट गए सब पेड़-पौधे 'ए.सी.' की दुकान सज रही है। पैसे हो गए हैं…

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जीत होती है…

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ जीवन में कभी भी तुम,हौंसला मत मत छोड़नाज़िन्दगी की हर एक जंग में,कभी खुशी मिलेगी;कभी गम भी आएगाइससे डरना नहीं है,तुझे आगे बढ़ना हैक्योंकि,आगे बढ़ने…

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नेह का दीप

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** नेह का दीप मन देहरी पर धरा,सारे जीवन में एक रोशनी हो गईप्रफुल्लित हो उठा तन और मन,रजनी जुगनू की मोहिनी हो गई। मिट गया तमस जगत…

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