रंगवर्षा
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** रंग बरसे… (होली विशेष)... ठंड की सिहरन कम हुई प्रियतमा, देखो चमका बसंती भालधीरे-धीरे फागुन छाया, मनवा का धुल गया सारा मलालअब मस्ती के दिन आए…
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** रंग बरसे… (होली विशेष)... ठंड की सिहरन कम हुई प्रियतमा, देखो चमका बसंती भालधीरे-धीरे फागुन छाया, मनवा का धुल गया सारा मलालअब मस्ती के दिन आए…
ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** रंग बरसे (होली विशेष)... होली की हर्षित बेला पर,आओ मिलकर जश्न मनाएंनीरस और जड़ जीवन को,नैतिक मूल्यों से सजाएं। छल-कपट ना रहे हृदय में,सबको अपना मीत बनाएंदया…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ छूट गया किनारा,फिर भी तलाश जारी हैवह फिर मिले या ना मिले,हम तो ढूंढते रहेंगे उसकोक्योंकि तलाश जारी है…। बहुत मुश्किलों की राहों पर,चल कर…
ऋचा गिरिदिल्ली******************************** रंग बरसे… (होली विशेष)... निष्कलंक निष्पाप मानव,उर उदगार एक जिसकेउक्ति, वचन सब नेक जिसके,छल ना जाने खेल कोईनिर्मल बेदाग बेमेल कोई,सच की धुन पर गीत गाएआज होली कौन…
सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’इंदौर (मध्यप्रदेश )******************************************** रंगीला फाल्गुन आई होली,गली-गली मस्तों की टोलीरंगो-रंगो, सुनाई देती बोली,हँसी-ठिठोली से भरी झोली। पापड़, गुझिया सजी थाल,ठंडाई पीकर, करें धमालनाचो-गाओ एक सुर-ताल,होली पर हो…
सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** रंग बरसे (होली विशेष)... आओ नी सजनी मंगल गाएं,शुभ उत्सव हर्ष बेला मनाएंरल-मिल पंछी शोर मचाए,अबीर-गुलाल भर जश्न मनाएंचहुं ओर ढोल मंजीर स्वर भाए,आओ नी…
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** ख़ुशियों का त्यौहार लो देखो आया है,बच्चों ने होली में धमाल मचाया है। मौसम ने भी ली अँगड़ाईसर्दी बिदा ग्रीष्म है आई,सूरज ने भी ताप दिखायाअनबन की…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* रंग बरसे…(होली विशेष)... जीजा ने साली पर मोहित होकर गालों पर गुलाल मला,साली के दिल में भी जीजा के लिए प्रेम का भाव पलादोनों चुपके-चुपके खा…
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** नारी से नारायणी (महिला दिवस विशेष)... नारी तुम नारायणी हो, नरश्रेष्ठों की जननी हो,निर्मल नेह प्रसविनी, वैसे तो तुम अवनी होप्रेम पुरन्ध्री, अनुरागिनी, सौंदर्य की कवनी…
डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** दीवार बंटवाराकरती है,दो लोगों कोअलग-अलग करती है। काम ऐसे करें कि आपस में,दीवार न पड़ जाएअच्छा-भला रिश्ता,खाक में न मिल जाए। टूटे धागे को…