मॉं दुर्गा का नवरूप
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* आदि शक्ति माँ दुर्गा (नवरात्रि विशेष)... नवरात्रि में मॉं दुर्गा के नवरूप का वर्णन करते हैं,चलो आज मॉं के नव रूप की कथा सुनाते…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* आदि शक्ति माँ दुर्गा (नवरात्रि विशेष)... नवरात्रि में मॉं दुर्गा के नवरूप का वर्णन करते हैं,चलो आज मॉं के नव रूप की कथा सुनाते…
हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* ज़िन्दगी दर्द भी दवा भी है, उम्र भर के लिये सज़ा ही हैज़िन्दगी को सजा सके जो भी, ज़िन्दगी भी उसे सजाती है। ये मुसाफिर…
डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* माँ दुर्गा,कब तुम आकरचली गई,शरद ऋतु कीपावन भोर में,हरश्रृंगार फूलों-सी झरती। शिशिर ओस की,बूँदों-सीमन को सहला गई,शक्ति और सौम्य रूप मेंपूजा तुमको,आस्था की झलक दिखला गई।…
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************** तुम आईं घर में तो मानो आ गई बहार,सिर-आँखों पर बिठा के सबने बहुत तुम्हें किया प्यारबड़ी हो गई हो तुम अब तो बना तुम्हारा एक संसार,संग-साथ…
डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* आदि शक्ति माँ दुर्गा (नवरात्रि विशेष)... मईया भगवती आपके आने से,मंद हवा इतराती गुनगुना उठीपीड़ाओं की जलन कुछ थम गई,जड़ चेतन को जिंदगी मिल गई।…
संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** घोंप दो खंजर, कर दो मेरा कत्लेआम,कौन है सच्चा-अच्छा बताए आवामपीठ पीछे तुम दूसरों को करो नीलाम,यहीं से शुरू होती है कुश्ती सरेआम।खामोशी को ललकारते…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ तप-तप कर सोना बनता है,तपन जीवन के संघर्षों की कहानी हैसफलता इतनी आसानी से नहीं मिलती,सफलता के लिए बहुत परिश्रम करना पड़ता है। ज़िन्दगी इम्तिहानों…
डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** हम भूल ना पाएंगे तुमको,दिल के दर्द को बढ़ाओ नाकोई उम्मीद यूँ जगाओ ना,जी रहे है मुश्किलों में ऐसेसाजिशों के भँवर में फंसाओ ना। कर्म…
सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’इंदौर (मध्यप्रदेश )******************************************** सप्तम, माँ कालरात्रि,रंग है अशुभ्र रात्रित्रिनेत्र ब्रह्माण्ड सम,विद्युत माला साजे। अस्त, व्यस्त खुले बाल,नाक से निकले ज्वालकाँटे, तलवार हाथ,खर पर विराजे। सदा मैया शुभकारी,पर…
सौ. निशा बुधे झा ‘निशामन’जयपुर (राजस्थान)*********************************************** भावपूर्ण श्रद्धांजली... रतन टाटा जी की महिमा और योगदान,योगदान को करते हम शत्-शत् नमन। रतन टाटा आप हो एक सुंदर रतन,भारत की शान में…