शोभित हिंदुस्तान हमारा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* गंगा-यमुना-सी नदियों की, बहे जहाँ शुचि धारा।वन, उपवन, हिमगिरि से शोभित हिन्दुस्तान हमारा॥ होली-दीवाली मनती है, जहाँ खुशी के मेले।जहाँ तीज-त्यौहार सभी ही, सचमुच हैं अलबेले।ईदों…

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राम अवध हैं लौटते

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* वायु सुगंधित हो गई, झूमे आज बहार।राम अवध हैं लौटते, फैल रहा उजियार॥ सरयू तो हर्षा रही, हिमगिरि है खुश आज।मंगलमय मौसम हुआ, धरा कर रही…

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लो आ गए सिया के राम

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** लो आ गए हैं सिया के राम।आ गए हैं राधा के श्याम॥ बरसों की तपस्या का फल है मिला,अवध में हर चेहरा है आज खिला।आने से प्रभु…

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सुना है वहाँ राम लला आए हैं

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ मची है धूम कैसी अवध नगरी में।सुना है वहाँ राम लला आये हैं,बिछे हैं फूल घर-घर सदर देहरी में। अवध नगरी है देश भारत में,युगों से जहाँ राम…

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मुक्तिधाम-जीवन का सत्य

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* जीवन का तो अंत सुनिश्चित, मुक्तिधाम यह कहता है।जीवन तो बस चार दिनों का, नाम ही बाक़ी रहता है॥ रीति, नीति से जीने में ही, देखो…

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आँखों के आगे से गुजरा

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ आँखों के आगे से गुजरा,जब मेरा प्रिय गाँवहाय मैं कितना रोई। ऊँची-ऊँची पहाड़ियों की,लम्बी बड़ी कतारेंबेटी की अगवानी को थीं,सारे साज सँवारें।छलक पड़ीं प्रेमातुर नभ से,रिमझिम-रिम बौछारेंस्वागत करने…

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साथ तुम्हारा

अंजना सिन्हा ‘सखी’रायगढ़ (छत्तीसगढ़)********************************* साथ तुम्हारा बना रहे सुन, ओ मेरे हमराज।दिन को रात कहो तो वो ही, मैं कह दूँ सरताज॥ तुम ही मेरी चाहत हमदम, बनना मत अनजान,दूर…

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तुम न सुनो, यह गगन सुनेगा

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ मेरे मानस के गीतों को,तुम न सुनो, यह गगन सुनेगा।कब अतीत को चाहा मैंने,नव निमेष ही मुझको भाया जिसने मेरे हृदय पटल परअभिनव जग का चित्र बनाया।नूतन जग…

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उबारना होगा

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** नफरत की विचारधारा से,दुनिया को उबारना होगा।दिल, दिमाग, मन, बुद्धि, चित्त को,दलदल से निकालना होगा॥ जब तक तुष्टिकरण जारी है,तब तक प्रतिभा कुंठित होगीन्यायालय में हमले होंगे,न्याय…

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सबकी सेवा कर जाना

अंजना सिन्हा ‘सखी’रायगढ़ (छत्तीसगढ़)********************************* विश्वास: मानवता, धर्म और राजनीति.... मानवता को धार हृदय में, सबकी सेवा कर जाना।थोड़ा जीवन कर्तव्यों के, गीत हमेशा तुम गाना॥ दीन-दुखी की सेवा करके, नित्य…

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