बदल रहा है आज जमाना

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* भौतिकता के नए दौर में,बदल गया सब ताना-बाना।रिश्तों की मर्यादा टूटी,बदल रहा है आज जमाना॥ चौपालें सूनी हैं सारी,संस्कारों का मान घटा है।रिश्तों में अब पड़ी दरारें,मानव अपने तक सिमटा है।लाज-शर्म सब छूट गई अब,बदल गया सब रहना खाना॥बदल रहा है… हॉट डॉग पिज्जा बर्गर ही,करे पसंद युवा पीढ़ी अब।छोड़ पीयूष … Read more

हे! महावीर

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* महावीर जयन्ती (४ अप्रैल विशेष)… महावीर कल्याणक तुमने दिया अहिंसा-गीत।तुम हो मानवता के वाहक, सच्चाई के मीत॥ राजपाठ तुमने सब त्यागा, करने जग कल्याण,हिंसा और को मारा, अधरम को नित बाण।जितीन्द्रिय तुम नीति-प्रणेता, तुम करुणा की जीत,तुम हो मानवता के वाहक, सच्चाई के मीत…॥ कठिन साधना तुमने साधी, तुम पाया था … Read more

कोई जग में नहीं पराया

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* पूरी वसुधा इक कुटुंब है,हमने सबको ही अपनाया।सीमाएं तोड़ी सरहद की,कोई जग में नहीं पराया॥ जग पूरा अपना घर-आँगन,सबसे मानवता का रिश्ता।सबकी रग में रक्त एक-सा,कौन मनुज है कौन फरिश्ता॥पंच तत्व से निर्मित है तन,सबमें ही इक प्राण समाया।सीमाएं तोड़ी सरहद की,कोई जग में नहीं पराया…॥ सब जीवों में एक तत्व … Read more

मेरे राम

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* रामनवमी विशेष… आराध्य राम की पूजा में, मैं सारी उम्र बिताऊँगा।जयराम कहूंगा अधरों से, मैं भवसागर तर जाऊँगा॥ धर्म-नीति के जो रक्षक, हैं नित्य सदा ही हितकारी,उनकी गरिमा-महिमा पर मैं, हूँ बार-बार बलिहारी।आराध्य राम की गाथा को, मैं संग समर्पण गाऊँगा,जयराम कहूंगा अधरों से, मैं भवसागर तर जाऊँगा…॥ अंतर मेरा पावन … Read more

बनी मन्जिल मगर…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* बनी मन्जिल मगर राही, सभी पहले गुज़र जाएं।भटकता राह बिन ही दिल, मुसाफिर फिर किधर जाएं॥ सजाते पर्व-सा मंज़र, करे आगाज़ जब जीवन,दुखी होते पहुंचता जब कभी अंजाम पर जीवन।बदल कर दौर बदले हाल, तब लगता ठहर जाएं,भटकता राह बिन ही दिल, मुसाफिर फिर किधर जाएं।बनी मन्जिल मगर…॥ उमर बढ़ती … Read more

जोश भरी कविताएँ हैं

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ नारी : मर्यादा , बलिदान और हौसले की मूरत… समझो हमें न अबला हम तो,भारत की सबलाएँ हैं।जला गगन को भी दें हम वह,जौहर की ज्वालाएँ हैं॥ तीर सदृश रणवीरों की ही,हम असीम तूणीर बनी।रक्षा हेतु देश की अपने,लोहे की प्रचीर बनी।दी बलियां पुत्रों की जिनने,वही वीर माताएँ हैं॥जला गगन को भी दें … Read more

जगत में नारी बड़ी महान

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* नारी: मर्यादा, बलिदान व हौसले की मूरत… देवगण करते वहां निवास,जहाँ नारी का होता मान।सृष्टा की अद्भुत रचना है,जगत में नारी बड़ी महान॥ त्याग दया सेवा की मूरत,ममता उसकी बड़ी निराली।नारी का हर रूप अनोखा,करती वह सबकी रखवाली।फर्ज निभाने को कर देती,वह अपने सुत का बलिदान॥सृष्टा की अद्भुत रचना है,जगत में … Read more

शक्ति का अवतार नारी

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** नारी: मर्यादा, बलिदान व हौसले की मूरत… जब अत्याचार के बोझ तले,धरती माँ आहें भरती हैं।जब नन्हीं-नन्हीं सी कलियाँ,काँटों की पीड़ा सहती हैं॥ जब पापी का इस धरती से,नाम मिटाना होता है।तब नारी को दुर्गा बन,धरती पे आना होता है…॥ युगों-युगों से नारी शक्ति,पीड़ा सहती आई है।सुंदर-सी बगिया में जाने,क्यों कलियाँ … Read more

प्रभु मूरत नारी

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* नारी: मर्यादा,बलिदान, हौसले की मूरत… मर्यादा, बलिदान, हौंसले, की सूरत प्यारी,प्रभु मूरत नारी।दिखते नहिं भगवान उन्हीं की, तो सूरत न्यारी, प्रभु मूरत नारी॥ प्रभु ने सृष्टि सजाई, नारी रचना भाई,प्रभु की जीवन लीला, भी नारी से आई।प्रभु से पाकर,हर वैभव को, नारी बलिहारी,प्रभु मूरत नारी।मर्यादा, बलिदान, हौंसले,… जीवन भूल-भुलैय्या, भवसागर … Read more

चितवन की भंग

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* चितवन की भंग ने कर दिया कमाल।रखना तुम गौरी अब खुद को संभाल॥ अँखियों से झरती है रंगों की धार,होली की गौरियाँ है बलखाती नार।मनमौजी कान्हा ने किया है धमाल,चितवन की भंग ने कर दिया कमाल…॥ सिहरन-सी मन में उठी पूछो न हाल,सुध-बुध में खो चलूँ हिरनी-सी चाल।महुवे का रंग चढ़ा, पूछो … Read more