हिंदी हिंदुस्तान

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************** भारत की आत्मा 'हिंदी' व हमारी दिनचर्या.... रचना शिल्प:मात्रा भार १६/१३/ हिन्द देश के हैं हम वासी,हिंदी मेरी जान है।तन-मन सब-कुछ वार दिया है,इस पर…

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यह संभव नहीं है

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)******************************************* मान लें कठिनाइयों से हार यह संभव नहीं है।रोग 'कोरोना' करे लाचार यह संभव नहीं है॥ मौत देखो आँख से काजल चुराती घूमती है,नित नई कोशिश…

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अहंकार का वृक्ष

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* अहंकार का वृक्ष लगाकर,सींचा उसको शान से।विपत काल में छोड़ गए सब,तेरे निज अभिमान से॥ व्यर्थ दिखावें पर जीवन को,रखकर दिन को काटता,उच्च वस्तुओं का दम…

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मानो सब मिल आभार

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** चौपाई आधारित.... वंदनीय अनुपम अलौकिक,भारती पर्यावरण सार।जीते पूत मान पिता देमृत्युपरांत करे उद्धार॥ तीन ऋण सभी पर होतेदेव,पितृ और ऋषि महान।श्राद्ध पक्ष पितर को अपनेआदर कर सद्गति प्रदान॥…

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पितृपक्ष में देवता आते

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************** पितृ पक्ष विशेष..... पितृपक्ष में वो देवता आते,जिन्दगी ये हमें जो दे जाते।मान उनका करे सदा जीवन,जिन्दगी में न दु:ख कभी आते। भाद्रपक्ष पूर्णिमा…

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पुण्य पथ पर चलें

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* कर्म ऐसा आप करते नित चलें।पुण्य पथ का भाव अंतर नित ढलें॥ बोलिए शुभ बोल भाषा नेक हो,हम मनुज के भाव निर्मल एक हो।द्वेष छल को…

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गहरे घाव

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* रोदन करती आज दिशाएं,मौसम पर पहरे हैं।अपनों ने जो सौंपे हैं वो,घाव बहुत गहरे हैं॥ बढ़ता जाता दर्द नित्य ही,संतापों का मेलाकहने को है भीड़,हक़ीक़त,में…

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हिंदी से प्रीत निभानी है़

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)******************************************* प्राचीन सभ्यता की रथ है हिंदी से प्रीत निभानी है।पुरखों का दिखलाया पथ है भारत की एक निशानी है॥ ये सुगम ज्ञान की सरिता है वेदों…

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हिंदी-वन्दना

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** हिंदी दिवस विशेष.... नए बोल सिखाती है,मुझे ज्ञान कराती है।ऐ माँ भाषा तू ही मुझको,सम्मान दिलाती है।नए बोल सिखाती है़…॥ भारत का है गौरव…

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मैं हूँ भारत का संविधान

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)******************************************* मैं हूँ भारत का संविधान,दुनिया में जाना-पहचाना।अपने जख्मों पर रोता हूँ,मेरे दु:ख का यह पैमाना॥ कोई दल आया हिला गया,कोई दल आया झुला गया,आतंकी कुत्तों का…

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