त्याग,सत्यता व मिलनसारिता से बनीं ‘स्वर मौली’

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** सुरों की अमर ‘लता’ विशेष-श्रद्धांजलि…. आध्यात्मिक गुरू विद्या नरसिम्हा भारती द्वारा ‘स्वर मौली’ की उपाधि से सम्मानित स्वर साम्राज्ञी भारत रत्न लता मंगेशकर के खास वाकये साझा करना चाहता हूँ-भारतीयता व राष्ट्रप्रेम से ओत-प्रोत सदैव हँसमुख, दृढ़प्रतिज्ञ लताजी ने १९४२ से अभी तक अर्थात ७ दशक से अधिक समय तक हिंदी,मराठी,तमिल, … Read more

कोयल अचानक मौन हो गई

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* भारत रत्न कोकिल कंठी गायिका व सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका रही हैं,जिनका छ: दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा रहा। हालाँकि, लता जी ने लगभग ३० से ज्यादा भाषाओं में फ़िल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाए हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में … Read more

रहें ना रहें…महका करेंगें…

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* सुरों की अमर ‘लता’ विशेष-श्रद्धांजलि… ‘रहें ना रहें…महका करेंगें…’ इस अमर गीत के बोलों को लता मंगेशकर अमर कर गईं,आपका शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। मानो,माँ शारदे आपका हाथ पकड़ कर ले गई,चलो बिटिया अब मेरे साथ रहना।कहते हैं ब्रह्मांड में आवाजें सदा अमर रहती हैं। सदियों तक ध्वनि … Read more

हिन्दी के ‘भैय्या साहब’ पं. श्रीनारायण चतुर्वेदी

प्रो. अमरनाथकलकत्ता(पश्चिम बंगाल)******************************** “मेरे उत्तराधिकारी कौन हैं ? मेरे वंशज मेरे कानूनी उत्तराधिकारी मात्र हैं। वे मेरी भौतिक संपत्ति के(जो नगण्य है) उत्तराधिकारी हैं,किन्तु मेरे वास्तविक उत्तराधिकारी वे भावी युवक हैं जिनमें हिन्दी-प्रेम ही नहीं,हिन्दी का दर्द भी हो,वे नहीं जो मात्र साहित्य-रचना कर या संपादन या हिन्दी-अध्यापन कर अपना पेट पालते हों और इसी … Read more

बच्‍चों की प्रतिरोधकता के लिए तैयार खाद्य पदार्थ हानिकारक

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के साथ ही तीसरी लहर को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। चिकित्सकों का मानना है कि इस लहर में बच्चे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। इनका कहना है कि सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को है। संक्रमण के बढ़ते खतरे और टीका का उपलब्ध ना होना बच्चों … Read more

बजट:राहतों की बजाए आर्थिक विकास पर ज्यादा जोर

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** अमूमन बजट को लेकर आम आदमी की सोच यही रहती आई है कि सरकार राहतों के तोहफे देगी या फिर करों के बोझ से दम निकाल देगी। केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन के चौथे बजट में ऐसा कुछ भी नहीं है। यह वैसा ही सीधा-सपाट बजट है,जैसा कि इसे पढ़ते समय … Read more

सर्दी में गुनगुनी धूप बड़ी फायदेमंद

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** सभी जानते हैं कि स्वस्थ हड्डियों और मांसपेशियों को बनाए रखने के लिए विटामिन डी अति आवश्यक है। सभी विशेषज्ञों ने धूप को विटामिन डी का न केवल मुख्य स्रोत,बल्कि बुढ़ापे में अत्यन्त प्रभावकारी बताया है। हालाँकि,कुछ खाद्य पदार्थों से भी इसकी पूर्ति की जा सकती है लेकिन अनुभव के आधार … Read more

शाकाहार बन रहा विश्व-व्यापी

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* क्या आपको यह जानकर आनंद नहीं होगा कि दुनिया के सबसे ज्यादा शुद्ध शाकाहारी लोग भारत में ही रहते हैं। ऐसे लोगों की संख्या ४० करोड़ से ज्यादा है। ये लोग माँस,मछली और अंडा वगैरह बिल्कुल नहीं खाते। यूरोप,अमेरिका,चीन,जापान और मुस्लिम देशों में कई बार यह वाक्य सुनने को मिला कि ‘हमने … Read more

हिन्दी में ‘निर्णय’ का संकल्प:न्यायमूर्ति प्रेमशंकर गुप्त

प्रो. अमरनाथकलकत्ता(पश्चिम बंगाल) ******************************** इटावा (उ.प्र.) में जन्मे,इटावा तथा इलाहाबाद में पढ़े-लिखे न्यायमूर्ति प्रेमशंकर गुप्त (१५ जुलाई १९३०-२३ जनवरी २०१३) हिन्दी में फैसला सुनाने वाले अन्यतम न्यायाधीश के रूप में विख्यात हैं। १९७७ में वे इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के पद पर नियुक्त हुए। हिन्दी में कार्य करने और निर्णय देने की प्रेरणा उन्हें … Read more

मानसिक स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** हमारा शरीर बहुत ही महत्वपूर्ण मशीन है। जिस प्रकार हम अपनी कार,मोटर साइकिल या अन्य मशीनों की देखरेख करते हैं,उसमें ऑइलिंग,ग्रीसिंग और सर्विसिंग कराते रहते हैं,लम्बी यात्रा के समय अपना वाहन सही रखते हैं,उसी प्रकार यह शरीर भी सब कुछ चाहता है यानी पोषण,पाचन और आराम। सम दोषः समाग्नि सम धातु मलाः क्रियाः … Read more