सभी देशों को शांति और अहिंसा का मार्ग दिखाने की आवश्यकता

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** महात्मा गांधी के जन्म दिवस (२ अक्टूबर) को पूरे विश्व में मनाया जाता है। भारत में इसे गांधी जयंती के रूप में मनाते हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने २ अक्टूबर का दिन ‘अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की थी। संयुक्त राष्ट्र के १९३ में से १४० देश यह दिवस … Read more

मोहन भागवत की नई पहल यानि असली ‘भारत जोड़ो’

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत और अखिल भारतीय इमाम संघ के प्रमुख इमाम उमर इलियासी दोनों ही हार्दिक बधाई के पात्र हैं। इन दोनों सज्जनों ने जो पहल की है, वह एतिहासिक है। इलियासी ने दावत दी और डॉ. भागवत ने उसे स्वीकार किया। मोहन भागवत मस्जिद में … Read more

पीएफआई:प्रतिबंध से कट्टरवादी सोच पर अंकुश

ललित गर्गदिल्ली************************************** कथित रूप से आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता एवं आईएसआईएस जैसे भारत विरोधी आतंकवादी संगठनों से निकट संबंधों के चलते पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और उसके ८ सहयोगी संगठनों पर केन्द्र सरकार ने ५ साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। राष्ट्रीय एकता एवं आपसी सौहार्द-सद्भावना को क्षत-विक्षत करने वाले इन संगठनों … Read more

शक्ति की पूजा तभी सार्थक, जब नारीअपराध रूकें

ललित गर्गदिल्ली************************************** माता के नौ रंग (नवरात्रि विशेष)… शारदीय नवरात्र मनाते हुए हम एक बार फिर स्त्री शक्ति के सम्मान के लिए बेटियों एवं महिलाओं के आदर एवं अस्तित्व की बात कर रहे हैं। यह देखना भी दिलचस्प है कि जहां साल में २ बार लड़कियों को महत्व देने के लिए ऐसे पर्व मनाए जाते … Read more

‘गेहूँ’ से नुकसान बताना मतलब ‘पूर्णिमा’ को ‘अमावस्या’ कहना

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** भारत वर्ष १५ अगस्त १९४७ को जरूर स्वतंत्र हुआ है, पर हम अभी भी पश्चिमी सभ्यता की मानसिक गुलामी में जी रहे हैं। अन्न गेहूँ हम प्राचीन काल से उपयोग और उपभोग कर रहे हैं, उसको अमेरिका के तथाकथित चिकित्सक खाने से मना कर रहे हैं। इसी प्रकार हमारी चिकित्सा भी अमेरिका-ब्रिटेन के … Read more

राष्ट्रभाषा व देशवासियों के कानूनी अधिकारों का प्रश्न:शंका और मंशा

डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************** भाषाओं का जागृति अभियान…. सभी पथ के साथी पूरे मनोभाव से भारत नाम और भारतीय भाषाओं को आगे बढ़ाने के लिए जिस प्रकार जोश और उत्साह दिखा रहे हैं, वह सराहनीय है। इसके लिए सभी को धन्यवाद।कुछ मित्रों और साथियों ने कुछ प्रश्न और आशंकाएं भी रखी हैं, इसलिए मुझे लगता … Read more

अनन्त क्षमताओं की जागृति से ही मिलेगी सफलता

मुकेश कुमार मोदीबीकानेर (राजस्थान)**************************************** जीवन में अनेक प्रकार की परिस्थितियाँ आना हमारे जीवन्त होने का प्रमाण है। परिस्थितियाँ, समस्याएँ, मुश्किलें तो जीवन में आती रहती है और हर व्यक्ति उन पर विजय प्राप्त करने का हर सम्भव प्रयास भी करता है, किन्तु सभी लोग उनसे बाहर नहीं निकल पाते या उन पर विजय नहीं पाते … Read more

हिंदी! तुम सदा रहो हिंदुस्तानी

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* हिंदी और हमारी जिंदगी… हिंदी हम भारतीय नागरिकों की जीवनदायिनी है। लगभग पूरे भारत में हर जाति, धर्म व प्रदेश के लोग हिंदी जानते हैं और समझते हैं। भावों, मनोभावों और संवेदनाओं की अभिव्यक्ति में स्वयं को आरामदायक भी अनुभव करते हैं, लेकिन हिंदी को प्रचार-प्रसार की आवश्यकता ही क्यों पड़ी … Read more

चीन कर रहा पाक का नुकसान

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* चीन कहता है कि पाकिस्तान और उसकी दोस्ती ‘इस्पाती’ है, लेकिन चीन ही उसका सबसे ज्यादा नुकसान कर रहा है। आतंकवादियों को बचाने में चीन पाकिस्तान की मदद खम ठोंक कर करता है और इसी कारण पाकिस्तान को पेरिस की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्था (एफएटीएफ) मदद देने में देर लगाती है। इस समय … Read more

चीते आ गए, पर घटते जंगल भी बचाएं

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** क्या देश में सर्वाधिक जंगलों वाला मध्यप्रदेश भविष्य में ‘चीता राज्य’ कहलाएगा या नहीं इसका जवाब तो आगे चलकर मिलेगा, लेकिन फिलहाल नामीबिया से आ रहे चीतों के स्वागत में नगाड़े बज रहे हैं। इस मुबारक घड़ी में शुभकामना यही है कि चीते भी इस धरती को अपना मानकर बसेरा करें और … Read more