पद्मावती छंद विधान
बाबूलाल शर्मासिकंदरा(राजस्थान)****************************************** रचनाशिल्प:३२ मात्रा, प्रति चरण ४ चरण, २-२ समतुकांत हो, १०, १८, ३२ वीं मात्रा पर यति हो।चरणांत गुरु गुरु २२ अनिवार्य जय जय हे भारत, हर जन आरत,अमर रहे भव यश गाथा।जन गण मन गाएँ, ध्वज फहराएँ,उन्नत हो हिमगिरि माथा। नर कर्म शील हो, विनय शील हो,शिक्षित हो हर नर नारी।पालन मर्यादा, हर … Read more