गाँधी-सा होना नहीं आसान
अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* कुदरत ने जब भेज दी, बासन्ती सौगात।पागल मन करने लगा, बहकी महकी बात॥ गाँधी-सा होना नहीं, कभी रहा आसान।जन-जन इसको जानता, सबको इसका ज्ञान। जब आती संकट घड़ी, होता जब भी वार।साथ खड़ा होता फ़क़त, अपना ही परिवार॥ परिश्रम नित करते रहो, है बिल्कुल आसान।श्रम के करने से सदा, … Read more