नैतिकता के पथ चलो

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* नैतिकता में धर्म है, नैतिकता आलोक।नैतिकता से दूर हों, जीवन के सब शोक॥ नैतिकता से ज्ञान है, मिलता है उजियार।नैतिकता से है विजय, कभी न होती हार॥ नैतिकता के पथ चलो, तभी बनेगी बात।जीवन तब होगा मधुर, पाये तू सौगात॥ नैतिकता के संग हैं, दया,मनुजता,नेह।मन को पावनता मिले, पुलकित होती देह॥ … Read more

कालजयी जीवन्त

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** गाँधी-शास्त्री जयंती विशेष…. अंतर्मन स्वाधीनता, सत्य अहिंसा मंत्र।शास्त्री गांधी शिष्य गुरु, हिला ब्रिटिश खल तंत्र॥ तन मन धन अर्पण वतन, सत्याग्रह पथ क्रांति।आज़ादी अरमान बस,सुख वैभव बल शान्ति॥ मुक्ति मिली पराधीनता, भारत हुआ स्वतंत्र।संविधान गणतंत्र बन,गांधी सच पथ मंत्र॥ खुशियों की नव अरुणिमा, सुखद देश स्वाधीन।बन प्रकाश उन्नति वतन, … Read more

गर्मी की तपन

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** देखो गर्मी की तपन, छायी है चहुँ ओर।तड़प रहें सब जीव है, मचा हुआ है शोर॥ तपती धरती आसमां, कलरव नहीं विहंग।नीर बूँद पाने सभी, हो जाते हैं तंग॥ नदी झील तालाब भी, सूख रहे हैं आज।नीर बिना क्या जिंदगी, होय नहीं कुछ काज॥ व्याकुल मन लगता नहीं, किसी काम … Read more

भारत की पहचान

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* मोहनदास गाँधी जयंती विशेष….. हर कोने में विश्व के, भारत की पहचान।सदियों में इक जन्म ले, गाँधी-सा इंसान॥ घर-घर में था गूँजता, आज़ादी का गाना।गाँधी जैसा था मिला, भारत को वरदान॥ गाँधी का प्रतिवाद कर, करते उनको याद।जिनके दिल में है भरा, यहाँ गोडसेवाद॥ कई लाख का सूट है, … Read more

मृग-तृष्णा

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** मानव मन लालच भरे,मृग तृष्णा बन आय।रुके नहीं यह साथियों,दिन-दिन बढ़ता जाय॥ मृग तृष्णा इक भूख है,करे अनैतिक काम।होते हैं इससे सभी,मानव फिर बदनाम॥ कहीं लूट औ जंग भी,होते हैं व्यभिचार।मृग तृष्णा की प्यास में,भटक रहे संसार॥ भाई से भाई लड़े,कलह द्वेष घर-द्वार।छिन जाते हैं सुख सभी,दु:ख पाते परिवार॥ मृग … Read more

माता शक्ति-भक्ति

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* माता के नौ रंग (नवरात्रि विशेष)…. माता शक्ति उपासना, होते हैं नवरात।मात भवानी-भक्ति में, करते हैं जगरात॥ मंदिर देवी के सजे, लगे नए पांडाल।मन में श्रद्धा भाव है, हाथों पूजा थाल॥ माता के नवरात्र में, जो करता है जाप।माता के आशीष से, मिटते उसके पाप॥ होती है नवरात में, माँ की … Read more

संघर्ष ही जीवन

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जीवन इक संघर्ष है,कर्म करो इंसान।बिना कर्म के कुछ नहीं,है यह प्रकृति विधान॥ रोके क्या कठिनाइयाँ,हिमगिरि या तूफान।बढ़ते जाना है हमें,अपना सीना तान॥ सुख-दु:ख दोनों साथ में,रहते हैं गठजोड़।बच पाते कोई नहीं,जो दे जीवन मोड़॥ आलस जीवन मृत्यु सम,प्रगति मार्ग अवरोध।साहस संयम धैर्य हो,नहीं किसी पर क्रोध॥ मिले नहीं संघर्ष … Read more

जीवन की आशा

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जीवन की आशा यही,जी लूँ उम्र तमाम।रोग दोष आये नहीं,ले लूँ प्रभु का नाम॥ सदा स्वस्थ यह तन रहे,रहे न कोई रोग।उत्तम दिनचर्या रहे,हर पल का उपयोग॥ मानव सेवा कर चलूँ,शक्ति मिले भरपूर।अपने चरणों से मुझे,मत करना प्रभु दूर॥ आशा दाता से करूँ,रखना मेरी लाज।इन नैनों में आपकी,मूर्ति बसाऊँ आज॥ … Read more

बदल गया इंसा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* कैसा कलियुग आ गया, बदल गया इंसान।दौलत के पीछे लगा, तजकर सब सम्मान॥ बदल गया इंसान अब, भूल गया ईमानपाकर दौलत बन गया, मानो ख़ुद भगवान॥ नैतिकता को तज करे, पोषित वो अँधियार।इंसां अब इंसान ना, बना हुआ अख़बार॥ प्यार,वफ़ा और सत्य अब, ना इंसां के पास।भावों का खोया हुआ, देखो … Read more

हिन्दी हितकर सदा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* हिंदी और हमारी जिंदगी… बनी हमारी ज़िन्दगी, हिंदी जिसका नाम।जीवन को सुविचार दे, करती सारे काम॥ हिंदी नियमित संग है, सदा निभाती साथ।कोई भी हो प्रांत यह, नहीं छोड़ती हाथ॥ हिन्दी हितकर है सदा, हिन्दी इक अभियान।हिन्दी में तो आन है, हिन्दी में है शान॥ हिन्दी सदा विशिष्ट है, हिन्दी प्रखर,महान।हिन्दी … Read more