खिला प्रेम के फूल

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* इश्क़ नहीं आसान शै, पालो मत ये रोग।चार दिन की चाँदनी, जीवन भर का सोग॥ बनकर आना चाहती, हर औरत इक हूर।ब्यूटी पार्लर गर्ल से, लेकिन है मज़बूर॥ सद् विचार पूँजी बड़ी, माने ये संसार।ग़लत राह से रोकते, कम करते हैं खार॥ दिल को उपवन ले बना, खिला प्रेम … Read more

कान्हा कृष्ण मुरारी

ललित गर्गदिल्ली ************************************** अभिनंदन कान्हा जनम, विष्णु रूप अवतार।बालरूप लीला मधुर, शान्ति प्रेम रसधार॥ नंदलाल श्री कृष्ण भज, वासुदेव घनश्याम।कर्मवीर पथ सारथी, धर्म सत्य श्रीधाम॥ कन्हैया यशुमति लला, दामोदर गोपाल।लीलाधर षोडश कला, मोर मुकुट शुभ भाल॥ मनमोहन माधव मधुर, मन मुकुन्द अभिराम।गिरिधर नटवर बाँसुरी, पंचम स्वर सुखधाम॥ माखन मिसरी हाथ में, भोले माखनचोर।कृष्ण मुरारी चारुतम, … Read more

रखो मित्रता प्रेम से

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** यहाँ मित्रता तो बाग है, और मित्रता आग।रखो मित्रता प्रेम से, बने मित्रता राग॥ जोड़ नहीं है मित्रता, ये तो है बेजोड़।कुछ भी करना साथियों, इसका ना हो तोड़॥ यही ईश उपकार है, रखो सदा विश्वास।करना ना तुम छल कभी, ना तोड़ो तुम आस॥ रिश्ता दूजा है नहीं, ये तो है अनमोल।भूल … Read more

आराधन गिरधर का

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** श्रीकृष्ण जन्माष्टमी विशेष… हे अर्जुन के सारथी, हे गिरिधर गोपाल।नंदलाल यशुमति लला,राधा प्रीत निहाल॥ कृष्ण लाल प्रिय राधिका, प्रथम प्रीत मनमीत।युवा वयसि सखि रुक्मिणी, कहाँ मुरलिया गीत॥ तुम से तुम का मधु सफ़र, राधा मोहन प्रीत।तरसी मुरली श्रवण को, मुरलीधर संगीत॥ नवयौवन केशव वयस, शौर्य नीति रत योग।धर्म न्याय … Read more

राष्ट्रशक्ति अभिमान

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** अपना सम्मान तिरंगा…. भारत घर-घर तिरंगा, शान-बान-अभिमान।जन मन गण गाऍं वतन, राष्ट्र धर्म सम्मान॥ गुरु मानस हो पूत सम, शिष्य बने अभिमान।बिना भेद सब जन सुलभ, ज्ञान मिले वरदान॥ जन-मन अभिवन्दन सदा,लोकतंत्र अभिमान।संविधान करवा रहा, लोक स्वस्ति का भान॥ जननी जन्मभूमि उभय, पावन दें सम्मान।पर माता से श्रेष्ठ है, … Read more

अमर तिरंगा शान

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* अपना सम्मान तिरंगा…. आन-बान है हिंद की, और यही ईमान।अमर तिरंगा शान है, भारत की पहचान॥ लहर-लहर लहरायगा, ये ऊंचे आकास।तीन रंग का मेल है, इसे बनाता खास॥ केसरिया कहता सदा, हिंद रहे खुशहाल।श्वेत शांति देता हमें, हरित हरा हर हाल॥ शोभित अशोक चक्र ये, सदा बढ़ाता मान।नित्य कराता है हमें, … Read more

अनुबन्धों में हैं रिश्तों के आयाम

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* राखी की फैली महक, बँध जाने के बाद।रक्षा की थी बात जो, फिर से वह आबाद॥ नेहभाव पुलकित हुए, पुष्पित है अनुराग।टीका,रोली,आरती, सचमुच में बेदाग॥ मीलों चलकर आ गया, इक पल में तो पर्व।संस्कार मुस्का रहे, मूल्य कर रहे गर्व॥ अनुबंधों में हैं बँधे, रिश्तों के आयाम।मानो तो बस हैं यहीं, … Read more

त्याग मांगती मित्रता

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* मित्रता और जीवन… स्वार्थ भावना से रहित, होता सच्चा यार।कृष्ण-सुदामा की तरह, होता सच्चा प्यार॥ त्याग मांगती मित्रता, जहां नहीं हो स्वार्थ।प्रेम भाव मन में रहे, होता मित्र यथार्थ॥ धन-दौलत छोटा-बड़ा, रहे न उन्नत नीच।यारी में सब गौंण है, हो दिल से दिल बीच॥ जो करता है छल-कपट, होय न सच्चा … Read more

थे मानो इक अवतार

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* संत आप उत्कृष्ट थे,सचमुच रहे विशेष।गोस्वामी जी आपसे,रोशन देश-विदेश॥ रामचरितमानस रचा,फैलाया उजियार।उससे जीवन को मिला,मूल्यसहित नव सार॥ मर्यादा के रूप को,दिया नवल आकार।धर्म,नीति का हो गया,हर चरित्र साकार॥ रही सुवासित सादगी,जीवन था अभिराम।राम नाम प्रभुता लिये,गरिमा के आयाम॥ तुलसी बाबा आप थे,मानो इक अवतार।ग्रंथ आपका कर रहा,सबको भव से पार॥ … Read more

मित्र सदा निभाए साथ

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* मित्र वही जो नेह दे,सदा निभाये साथ।हर मुश्किल में थाम ले,कभी न छोडे़ हाथ॥ पथ दिखलाये सत्य का,आने ना दे आँच।रहता खुली किताब सा,लो कितना भी बाँच॥ मित्र है सूरज-चाँद सा,बिखराता आलोक।हर पल रहकर साथ जो,जगमग करता लोक॥ कभी न करने दे ग़लत,राहें ले जो रोक।वही मित्र मानो खरा,जो देता … Read more