हमको है प्यारी हिंदी
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** ‘हिन्दी दिवस’ विशेष… हमको है प्यारी हिंदी,बड़ी ही दुलारी हिंदीहिंदी में ही लिखें-पढ़ें,हिंदी में बोलते हैं। नहीं कहीं बट-पुट,नहीं कहीं शट-शुडजैसा-जैसा बोलते हैं,वैसा-वैसा लिखते हैं। कवियों ने गान लिखे,भारत महान लिखेप्रेम व्यवहार भी तो,हिंदी में ही करते हैं। रस, छंद, अलंकार,नव रस, भाव हिंदी।शब्द, नाद, भाषा ज्ञान,मातृभाषा मेरी हिंदी॥