द्यूत का अंजाम
राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** द्यूत खेलने का आमंत्रण खुद स्वीकार किया था,इन्द्रप्रस्थ से हस्तिनापुर तक का सफर किया थापता नहीं था द्यूत उसे किस नर्क में धकियाएगा,द्यूत का वो अंजाम उसे…
राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** द्यूत खेलने का आमंत्रण खुद स्वीकार किया था,इन्द्रप्रस्थ से हस्तिनापुर तक का सफर किया थापता नहीं था द्यूत उसे किस नर्क में धकियाएगा,द्यूत का वो अंजाम उसे…
प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)************************************************** मेरे शिव-शंकर के जैसा,कोई दानी नहीं।सच्चे मन से शरण में हूँ,कोई दयानी नहीं॥ शिव की कृपा से उनकी,सुंदर भक्ति जीवन में आए।शिव की करुणा…
सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** दौड़ती, टिक-टिक मैं घड़ी हूँ,समय-प्रियतम प्रेयसी मैं हूँसमस्त जग वश, समय घड़ी हूँ,प्रेयसी सह-प्रिय सदा मैं हूँ। उच्चतम दर क्रय दे सजाते,शान-शौकत अहम इठलातेवाह! खूब,…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* अपनी जब छोड़ी नहीं आस।बनी बिरहा मधुमय मधुमास…॥ नाम सती सावित्री जिसका,गौरव गाए युग-युग उसका।यमराजा को दी चुनौती,मृत्यु देव से माँग मनौती।ले आई यमलोक से साथ,पति को…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** तेरे नाम का श्रृंगार कियातो फूल इतराने लगे,क्योंकि उनके अपने रंग हैंउनका अपना श्रृंगार है,मिजाज भी उनके अपनेजो भौंरे तितलियों को,बुलाते अपने पास। तितलियों के पंख…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* तनिक सुधरने का अवसर दे,क्षमाशील स्वभाव दिखेगासहनशीलता प्रकृति राष्ट्र की,वरना कुरुक्षेत्र फिर सजेगा। दमक रही पृथ्वी अग्नि सब,तेजस आकाश भी दमकेगाप्रलयंकर ब्रह्मोस मिसाइल,तहस-नहस फिर…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* चाहत सबको चाय की, पीने का अरमान।चाय आज तो हो गई, हर जन को वरदान॥ चाय मिले तो ताज़गी, वरना सब बेकार।चाय मनुज को दे रही,…
मंजू अशोक राजाभोजभंडारा (महाराष्ट्र)******************************************* आज ज़िंदगी की किताब के पन्नों को जब दिल ने पलटाया,बहुत कुछ भूला-बिसरा याद आयाकुछ यादों के पन्नों ने मुझे गुदगुदाया,किसी ने मुझे रुलाया, किसी ने…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ एक साधारण परिवार में जन्म, लेकर वह बनीं महारानीकभी भी उन्हें कोई भूलेगा नहीं,वह परोपकार की मूरत लोक माता। होलकर राजवंश की बहू बनकर,मालवा की…
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* दीवारें ही दीवारें बढ़ती जा रही है आसपास,जहां भी नजर डालो उठ रही है दीवारें पास-पासयहाँ कभी खुली हवाओं की आवा-जाही थी,हवाएँ कभी आया करती थी,…