उतरी थी पटरी से रेल

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* उतरी थी कानून की, पटरी पर से रेल।गुंडे-लुच्चे मौज में, जनता नाक नकेल॥जनता नाक नकेल, जेल में थी मानवता।ऐसा रहा बिहार, तभी हारी दानवता॥खुली न्याय कानून, विकास सुशासन गठरी।कठिनाई से रेल, चढ़ी है पटरी उतरी॥ अब विकास पथ दौड़ने, का यह आया काल।देना जन न धकेल फिर, चल देगा पाताल॥चल देगा पाताल, … Read more

समझ से गढ़ें सरकार

आचार्य संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )****************************************************** चुनाव आयोग ने घोषित किया,बिहार विधान सभा का चुनावनवंबर में होगा २ चरणों में चुनाव,बड़े दलों की कहें या चढ़ें सभी के भावघोटालों के बाद भी है जाति वादी घाव। सत्ता को उखाड़ फेंकने का लगा बड़ा है दाँव,जिनका तनिक भी भाव नहीं, दिखा रहे प्रभाव‘पलटू चाचा’ अब स्थिर … Read more

इंतज़ार है…

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** दुआएँ करते हैंघर में किलकारी सुनाई दे,जन्म लेता है जब घर में कोईतुतलाहट बोली मेंहम हो जाते हैं बच्चों के संग बच्चे,उन्हें अपने हाव-भाव सेहँसाने का प्रयत्न करते हैं। हर धर्म की माँ उसेखिलाती-प्यार करती,और गोद में ले जाती कभी इस घरकभी उस घर,इससे हो जाता घरों में सुखद वातावरण। एक … Read more

राग-द्वेष अभिमान

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* दावानल जीवन बना, राग-द्वेष अभिमान।सत्ता पद सुख पा क्षणिक, समझ रहा भगवान॥ खोया निज अस्तित्व को, राग-द्वेष अभिमान।सदाचरण व्यक्तित्व खो, भटके बन शैतान॥ लोक लाज पौरुष विरत, कहाँ दिखे ईमान।कहाँ दिखे सम्वेदना, राग-द्वेष अभिमान॥ शील त्याग गुण कर्म सब, भौतिक सुख अरमान।रिश्ते नाते सब दफ़न, राग-द्वेष अभिमान॥ त्रिविध पाप … Read more

हृदय के भाव को समाहित कर रही

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** आज मैं अपने हृदय के भाव कोनयी कविता में समाहित कर रही,आज मैं अविराम गति आगे बढ़ने का कठिन व्रत अपने मन में धर रही। आज स्वेच्छा से वरण कर आत्म अनुशासन नियम का पाठ मैं पढ़ रही,आज स्व का आदर करने का अभ्यास शुरू कर रहीआज से क्रोध न करने का … Read more

प्रेम-प्यार

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** प्रेम-प्यार जीवन का गहनासदा प्यार से रहना,नहीं किसी का बुरा करो तुमनहीं बुराई करना। गलती हो यदि अनजाने मेंक्षमा हमेशा करना,स्वयं से कोई हो यदि गड़बड़क्षमा-याचना करना। गलती करके ही हैं सीखतेमत इससे घबराना,बार-बार अभ्यास के द्वाराकाम सही कर लेना। पौरुष कर तुम सदा बढ़ोगे,बस आगे ही बढ़ना।सिर पर हो आशीष बड़ों … Read more

राम आएंगे

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** पाँच सौ वर्षों की प्रतीक्षा, खत्म हो रही हैराम पधार रहे हैं, अयोध्या आज सज रही है। सब कुछ भूल के मन ये मेरा, आज कर रहा नर्तन,हर कोई आनंदित होकर, राम का करता कीर्तन। घर-घर वंदनवार सज रहे, झूम के नाचो-गाओ,आज अयोध्या राम आ रहे, दीपावली मनाओ। राम की प्राण-प्रतिष्ठा होगी, … Read more

माँ लक्ष्मी करें प्रवेश

आचार्य संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )****************************************************** दीवाली में साफ करें घर के कोने का मैल,गौशाला भी साफ करें और गाय-बैलहर उपकरण साफ हो, करें मरम्मत बिगडैल,दीपावली शुभ-शुभ, हो खुशियों का ताल-मेल। घर-मकान की पुताई में ना हो भाई तू फेल,साज-सज्जा, रंग गुलाल, पटाखों की लगी है सेलभिन्न-भिन्न प्रकार मिष्ठानों के अजब निराले मेल,दीपावली की भीड़ … Read more

वाहे गुरु को है नमन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* वाहेगुरु को है नमन् ,सतत् झुकाता शीश।हे गुरुवर! देना हमें,सत्य और आशीष॥ प्रथम गुरू है दंडवत, विनती बारम्बार।गहन तिमिर को मारकर, फैलाना उजियार॥ ननकाना साहिब चलो, दर्शन का वरदान।वाहेगुरु की हो दया, मिले हमें सम्मान॥ जातिभेद को तोड़कर, पावन किया समाज।नानक जी करते रहें, सबके दिल पर राज॥ सारे आडंबर मिटें, … Read more

फौज गिद्धों की

सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* निरीहों से कई प्लेट सजी हैहड्डी, मांस, चीथड़े से भरी है,महकते रक्त की गंध भांपकरफ़ौज गिद्धों की उमड़ पड़ी है। बाहुबल का तीव्र चलन हैखेमे तोड़ने गिद्ध बहुत हैं,जहां मिलेगा मांस देखकरजोड़-तोड़ की कश्मकश है। नन्हें गिद्ध भी पके रखे हैंसयाने के तो भाव बढ़े हैं,चीथड़े में सिसकती जानेंमृत्यु का इंतजार … Read more