सुबह नयी है
कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* सुबह नयी है,सपनों की राह वही हैचल पड़ो मंजिल की ओर,सपनों की राह तो वहीं है। माना कि मंज़िल अभी दूर है,पर जीने की आशा तो नयी हैडगमगाकर भ्रमित न होना राह में,मेरे साथी सपनों की राह तो वही है। आएंगी परेशानियाँ मंज़िल में,तुम कहीं घबरा न जानाहम रहेंगे साथ सदा,फिर … Read more