मांगती यह वरदान
ममता साहूकांकेर (छत्तीसगढ़)************************************* हरितालिका का त्यौहार,संग लाए खुशियाँ अपारहर सुहागिन देखो आज,करती हैं सोलह श्रृंगार। पायल, बिछिया, चूड़ी, बिंदिया,गला सजे नौलखा हारहाथ मेंहदी पाँव महावर,माथे सजती सिन्दूर सार। निर्जला व्रत रख,करती है यह उपवासमन मंदिर में रहता,पति परमेश्वर का वास। जप करती गौरी शंकर का,हर क्षण हर श्वांसअमर रहे सुहाग सदा,रखती है यह विश्वास। करके … Read more