सपना पलता है

दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* नैनों में सपना पलता है,दिल में छुप कर रहता हैहर रात चुपके से आकर,सन्नाटे में मचलता है।नैनों में सपना पलता है… कभी बचपन की यादें बनकर,कभी-कभी अधूरी ख्वाहिशें बनकरकभी मंजिल की बन तस्वीर,हर रात मुझे वो जगाता है।नैनों में सपना पलता है… कभी आशा का दीपक बनकर,कभी मिलन की आहट बनकरकभी जीवन … Read more

भजो कृष्ण प्रिय राधिका

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* रासबिहारी राधिका, दुर्लभ दर्शन संग।वृन्दावन मधुवन सुखद, राधा रास उमंग॥ वृन्दावन राधा लसित, मनमोहन घनश्याम।नन्दग्राम नंदज मुदित, नित रक्षित बलराम॥ मथुरा में मथुरा रमण, गोकुल में गोपाल।द्वारिकेश प्रभु द्वारिका, जगन्नाथ श्री धाम॥ रंगनाथ रंजित चरित, दर्शन पथ कर्त्तव्य।योगक्षेम धर्मार्थ हित, धेय मोक्ष ध्यातव्य॥ भाग्यवान द्वापर मनुज, मिला कृष्ण संसर्ग।सच्चिदानंदन … Read more

तुम चाहते हो

विद्या पटेल ‘सौम्य’ इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) ******************************************** तुम चाहते हो,बदल डालें हमअपनी हर ख्वाहिशें,हर चाहत, स्वादऔर…यहाँ तक सपने भी,तुम्हारे और तुम्हारे अपनों की खातिर,मिटा दूं…अपने अस्तित्व को ही,रंग-रूप, वेश भूषा कोतुम्हारी जिद की खातिर,बदल डालूं खुद को याकर लूँ अपना मेक-ओवर। तुम जानते हो…हैं कई रूप हमारे,बेटी, बहन, बहू, पत्नी, माँ,और…तुम उसे ही अस्तित्वहीन कर,पुरूषत्व … Read more

गीत देशप्रेम के लिख जाएंगे

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मिली आज के दिवस स्वाधीनता, बलिदान यशो गीत हम गाएँगेलहराया नभ जय राष्ट्र तिरंगा, गीत देशप्रेम के लिख जाएंगे। वीरों की लख-लख कुर्बानियाँ, शत- शत नमन फूल हम बरसाएँमिटा अंधेरा अंग्रेज दासता, हम लोकतंत्र अभिराम बनाएंगे। हम भेदभाव सब भूल परस्पर, सार्वभौम देश हम कहलाएंगेपर आरक्षण के तिमिर गहन … Read more

यही वो लोग हैं

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** यही वो लोग हैं जो तुझको भुला देंगे इक दिन,यही वो लोग हैं जो पलकों से गिरा देंगे इक दिन। आज खुश है तू परिंदों की दस्तक से यहाँ,छोड़ के जायेंगे तो वीरान बना देंगे इक दिन। किनारे मिट्टी के हैं और सैलाब का खतरा भी है,ना जाने कब किसका मकान … Read more

नन्हीं चिड़िया प्यारी

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ हम बच्चों के लिए न्यारी,नन्हीं चिड़िया प्यारीआँगन में हमारे आती,हम सभी को वह है लुभाती। छोटी-सी चोंच में,वह दाना ले जातीअपने बच्चों को वह खिलाती,नन्हीं चिड़िया प्यारी। उनका चहकना, शोर मचाना,और फुदकना प्यारा लगता है,सुंदर रंग बच्चों को भाता है,वह नन्हीं चिड़िया प्यारी। पर आजकल वह,शहरों से दूर हो गई … Read more

मन है पंछी

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* मन तो है एक ऐसा पंछी,पंख बिना उड़ता रहता है।लाख कहें मन को हम पागल,पर मानव मन की सुनता है॥ मन में हों जब अटल इरादे,फिर बाधाएं कितनी आयें,टस से मस नहीं होता मनवा,बादल-बिजली खूब डरायें।मन-सा साथी साथ चले जब,मंजिल के सपने बुनता है॥पर मानव मन… मन है चेतनता का दरपन,मन से … Read more

विविधताओं का भारत देश मेरा

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मिली आज स्वाधीनता, दिया कोटि बलिदान।लहराया आकाश में, ध्वजा तिरंगा शान॥ वीरों की कुर्बानियाँ, शत-शत करूँ प्रणाम।मिटा अंधेरा दासता, लोकतंत्र अभिराम॥ भेदभाव सब भूलकर, बनी एकता देश।आन्दोलन वर्षों तलक, ब्रिटिश विरोधी क्लेश॥ आरक्षण के तिमिर में, मिटा देश सद्भाव।धर्म जाति भाषा जमीं, वज़ह कलह मन घाव॥ समरसता अपनत्व का, … Read more

अद्भुत गाथाकार

विजयलक्ष्मी विभा प्रयागराज (उत्तरप्रदेश)************************************ मानवता के प्रेमी जग में, प्रेमचंद्र साकार हुए,बोल न पाते जो जन मुख सेसुना न पाते अपनी पीड़ा,आँसू बह-बह पड़तेउनको विश्व समझता केवल क्रीड़ा,उन दुखियों के दुख कहने कोअद्भुत गाथाकार हुए। ऐसे व्यथितों के दु:ख तुमने,अपनी ही आँखों से रोएअपने घाव छोड़ कर रिसते,औरों के निज मसि से धोएजग की करुणा लेकर … Read more

मित्र जीवन बदले

सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** मित्रता-ज़िंदगी… जीवन में मित्र हैं अनमोल,मित्र, रिश्तों को समेटतासगे रिश्तों से भी अनमोल,सुख-दुःख में साथ रहता। मित्र देवदारु तरु छाया,छल-कपट जरा न सहताअटूट प्रेम के बीज से पनपता,निश्छल मन-भाव महकता। सच्चा हमदर्द हमराह बन,भीतर मन चक्षु खोलतानिष्पक्ष, निर्भीक निर्णायक बन,सद्पथ, सत् वचन घोलता। परमार्थ की राह दिखाता,अर्जुन;रथवाह बनतासुदामा-सा भाव जगाता,विषम … Read more