तू है सृजनकार
डॉ. अमलपुरे सूर्यकांत विश्वनाथरायगढ़ (महाराष्ट्र)***************************************** श्रम आराधना विशेष… है मजदूर तू है सृजनकार,गगन चुम्बी इमारत खड़ी है आपके श्रम पर। घर सबके बनाते हो आप,झोपड़ी में जिंदगी बिताते हो आप। खेत में अनाज उगाते हो आप,घर में दिखता नहीं कोई अनाज का दानाफिर भी खुश रहते हो आप। खाली है आपका पेट, जैसे उपवास रखा … Read more