गर्मी

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* दोपहरी की धूप से,बढ़ा ताप चहुँ ओर।तप्त तवे सी है धरा,पवन मचाए शोर॥पवन मचाए शोर,नहीं यह मौसम भाता।गर्मी का ये रूप,सभी को ये झुलसाता॥कहता कवि करजोरि,लगे…

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मुट्ठी को रहना होगा साथ-साथ…

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* क्या अनूप मंडल को इल्जाम दें,हम आपस में ही अनेक हैं…'जैन हूँ' कहते ही पूछते हैं कौन से ?बताओ कहाँ से हम एक हैं।मुट्ठीभर हैं हम पर…

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अभिमान है हिंदी

अनूप कुमार श्रीवास्तवइंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** देश की जुबान है हिंदी,हिंदुस्तान की शान है हिंदी। कह दो कि सबकी पहचान है हिंदी,इस दिल से निकली ईमान है हिंदी। हिमाला मुकुट बना भारतीं…

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आपदा में नहीं,मानवता में अवसर तलाशें

रोहित मिश्रप्रयागराज(उत्तरप्रदेश)*********************************** आज पूरा विश्व 'कोरोना' महामारी से त्रस्त है।महामारी में जहाँ लोग एक-दूसरे की मदद करते हुए दिखाई दे रहे हैं,वही कुछ लोग इसमें भी अवसर तलाश रहे हैं।…

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नित दीप्त रहो

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** नित दीप्त रहो तम क्या रहना,सुन रात नहीं दिन का कहना। पथ कंटक दूर करो कर फूल,सुनो कुछ और नहीं चुनना। सदराह चलो पग और न मार्ग,समझो तुमको…

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न डर,गुजर जाएगी

संजय यादव 'बाबा'इंदौर (मध्यप्रदेश)******************************** ये तो एक आपदा है न डर,गुजर जाएगी,न तू गुजरेगा-न में गुजरूँगा,आपदा है गुजर जाएगी। हिंदुस्तानी है हौंसला बुलन्द रख,न तू डर-न में डरुँ,किस-किस को निगल…

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नवप्रभात आएगा

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* निशी के बंधन को तोड़ नवप्रभात आयेगा।सूर्य की लालिमा से अब यह निखर जायेगा॥ पेड़ों पर कुछ नई अब कोपलें खिल जायेंगीं,कलियां फूल बनकर एक नया गीत…

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इसके पहले कि हम…

डॉ.सोना सिंह इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************** इसके पहले कि हम,भूल जाते अपनों कोदादी-नानी दादा-नाना को,काका-काकी,मामा-मामी कोरिश्तों में भाई-बहन,बुआ-भतीजेऔर मामा-भांजे को। इसके पहले कि हम,भूल जाते जीने वाले लम्हों कोखुलकर ठहाके लगाने वाले,मोहल्ले वालों कोदोस्तों…

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श्रमजीवी हैं मूक-बधिर

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ********************************** मूक-बधिर जन श्रमजीवी हैं,हो शुभकामना।कर्म क्षेत्र में हों मेहनती,सह कर थामना॥ बुद्धि तेज अति भाव विचारक,उनको साथ दें।क्षमता करना उनसे मुश्किल,बस सह हाथ दें॥चलें साथ में…

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मुस्कुराना पड़ा

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* जीवन के कई अंधेरों में,आशदीप जलाना पडा़अपनों की पीड़ा हरने को,दर्द अपना छुपाना पडा़मुझे जी मुस्कराना पडा़। नहीं होता आसां छुपाना,सुख के पुष्प देते आनंदकाँटे…

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