श्री कृष्ण चरित्र

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************** राधे-राधे बोल मन, मिल जायेंगे श्याम।श्री चरणों में शीश रख,पाओगे सुखधाम॥ श्री राधे गोपाल की,कर लो मन में ध्यान।आएँगे फिर साँवरे,कृपा सिंधु भगवान॥ कही राधिका…

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भारतीय किसान की परिस्थिति आज भी खराब

अल्पा मेहता ‘एक एहसास’राजकोट (गुजरात)*************************************** 'बोए जो बीज खून-पसीना बहा के,आँखों से क्यू फिर आँसूओं की धारा बहती हैमिट्टी को सोना बनाते-बनाते,खुद क्यूँ मिट्टी में मिल जाते हैं।चूल्हा जलाने माचिस…

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माँ

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)************************************ माँ आँचल की ठंडक दो अब,ताप जगत का सहा ना जाता। अपना सार तत्व दे डाला,किंतु मिला प्रतिदिन निराला। हर पग पर ठोकरें स्वार्थ की,चलन जगत…

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अच्छे काम करो

रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************ काम है बहुत तो थोड़ा आराम करो।कुछ वक़्त तो ख़ुद के ही नाम करो। प्यासे की प्यास बुझाकर,भूखे को रोटी दो,वक़्त मिला है तो जुबां से राम-राम करो।…

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अ.भा. अनुबन्ध फाउंडेशन से सम्मान-पुरस्कार हेतु रचनाशिल्पी डॉ. पूजा अलापुरिया चयनित

सम्मान घोषित..... मुम्बई (महाराष्ट्र)। अखिल भारतीय अनुबन्ध फाउंडेशन द्वारा स्व. श्रीमती शकुंतला शर्मा एवं स्व. रविदत्त शर्मा की पुण्य स्मृति में वर्ष २०१७,२०१८ व २०१९ में प्रकाशित पुस्तकों के लिए…

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मेरी बिटिया

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** लगता है तक़दीर हमारी,रंग में आई है,बरसों करी प्रतीक्षा,तब ये बिटिया आई है। महक उठा है आँगन मेरा,महकी हर क्यारी,चंदा जैसा मुखड़ा इसका,कितनी है प्यारी।किलकारी ऐसी…

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खुदगर्ज नहीं

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** लिबास काला,आवाज़ काली,मैं अंधेरे का प्रतीक हूँलिबास काला,आवाज़ काली,मैं अंधेरे का प्रतीक हूँ।तुम सब राम बन जाओ,मैं रावण ही ठीक हूँक्योंकि,मैं तुम जैसा खुदगर्ज नहीं हूँ,इसलिए बहन…

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सूरत दिल में उतर गई

सरफ़राज़ हुसैन ‘फ़राज़’मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश)**************************** सूरत जो उनकी फूल सी दिल में उतर गई।ख़ुश्बू-ए-मुश्क सारे बदन में 'बिखर गई। आते ही उसने घर में जो उलटा नक़ाबे रुख़,दीवारो 'दर की दोस्तों…

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हिंदी भाषा की विविधता बनाम विशेषता

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************** अपने भारतवर्ष की मातृ भाषा 'हिन्दी' की कुछ विविधताओं का उल्लेख कर रहा हूँ। इसी तारतम्य में सबसे पहली बात ये कि समस्त विश्व…

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स्वयं पर पुन: अनुशासन की आवश्यकता

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** अचानक देश के अनेक भागों से 'कोरोना' संक्रमितों की संख्या में इजाफा देख केन्द्र के साथ राज्य सरकारें भी हरकत में आ गई हैं और कहीं…

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