विविधता से पूर्ण है तेलंगाना लोक साहित्य

कमलेकर नागेश्वर राव ‘कमल’,हैदराबाद (तेलंगाना)*************************************************** 🔹लोकगीत प्रस्तावना-मनोरंजन की दुनिया में लोक गीतों का महत्वपूर्ण स्थान है। हमारी संस्कृति में लोक गीत और संगीत का अटूट संबंध है। तेलुगु में ‘जनपद’ के नाम से पुकारे जाने वाले लोकगीत सीधे जनता का संगीत है। घर, गाँव और नगर की जनता के गीत हैं। ‘जनपद’ यानी छोटे-छोटे समुदाय … Read more

गीत, ग़ज़ल और व्यंग्य से सजी काव्य चौपाल

भोपाल (मप्र)। अंतर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच की मध्य प्रदेश इकाई की नवंबर मास की काव्य चौपाल की बैठक २३ नवंबर को की गई। यह चौपाल अत्यंत खास थी, क्योंकि संगठन की अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव के जन्मदिन का अवसर था। इस सुअवसर पर गोष्ठी में कविताओं, ग़ज़लों और गीतों ने अपने विविध रंगों की खुशबू बिखेरी।साहित्यकार … Read more

‘गजब’ थे ‘धर्मवीर’

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* धर्मेन्द्र देओल को श्रद्धासुमन… धरमेन्दर ‘शोले’ धरे, ‘गजब’ थे ‘धर्मवीर’,‘जीवन-मृत्यु’ से परे, बसे दिल के कुटीर। ‘राकी रानी की प्रेमकहानी’,मैं तुम्हें सुनाऊँ ‘राजा जानी’। सच नाम ‘दोस्त’ का ‘सत्यकाम’ था,‘चाचा भतीजा’ दो का दाम था। ‘बंटवारा’, ‘शालीमार’ का लिया,‘दिल्लगी’ इक बार उसने भी किया। ‘लोहे’-सी देह ‘जागीर’ रखता,‘गुड्डी’ नहीं ‘अनुपमा’ को तकता। … Read more

बांध सब्र का

बबिता कुमावतसीकर (राजस्थान)***************************************** जब भी सब्र का बाँध टूट जाएगा,हर मुसाफिर राह में छूट जाएगा आशा व विश्वाश की डोर टूट जायेगी,मुसीबतों की सिसकियाँ भी उभर जाएगी। सब्र का बांध कब तक रह पाएगा,अवसाद में जीवन कब तक जीया जाएगा। जब-जब अपने पराए बन जाएंगे,तब-तब सब्र के बांध टूट जाएंगे। मन के क्रंदन समक्ष सबके … Read more

हिन्दी भाषा-क्षेत्र में ही हिन्दी के विरुद्ध साजिश

प्रो. महावीर सरन जैनआगरा (उत्तरप्रदेश )******************************************** एक ओर हिन्दीतर राज्यों के विश्वविद्यालयों और विदेशों के लगभग १७६ विवि एवं संस्थाओं में हजारों की संख्या में शिक्षार्थी हिन्दी के अध्ययन-अध्यापन और शोध कार्य में समर्पण-भावना तथा पूरी निष्ठा से प्रवृत्त तथा संलग्न हैं, वहीं हिन्दी भाषा-क्षेत्र में ही अनेक लोग हिन्दी के विरुद्ध साजिश रच रहे … Read more

कवि-सम्मेलन:६ महाद्वीप व ४३ देशों के कवियों ने की सहभागिता

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नारनौल (हरियाणा)। मनुमुक्त ‘मानव’ मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा भारतीय पुलिस सेवा के दिवंगत अधिकारी डॉ. मनुमुक्त ‘मानव’ की ४३वीं जयंती पर विशाल आभासी अंतरराष्ट्रीय कवि-सम्मेलन ‘४३वीं जयंती:४३ देश, ४३ कवि’ का आयोजन किया गया। इसमें ६ महाद्वीपों और ४३ देशों के ४३ कवियों ने सहभागिता की। भाषा आयोग, काठमांडू (नेपाल) के अध्यक्ष डॉ. गोपाल ठाकुर मुख्य … Read more

शब्दों से रची है ज़िंदगी

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* शब्दों से रची है ज़िंदगी, सोच समझ कर खुद पर ढालो।सुखद शान्ति सद्भाव परस्पर, मुख मीठी मुस्कान सम्भालो॥ फँसों नहीँ तुम शब्द जाल में, शब्द बाण दुख स्वयं बचा लो।शब्दों से यह रची ज़िंदगी, विनय शील सद्कर्म निभा लो॥ पौरुष यश महके सदा यतन, वतन प्रगति मुस्कान सजा लो।खिले … Read more

भगवान श्रीराम राष्ट्र चेतना के आधार-डॉ. मिश्र

काव्य संध्या…. सोनीपत (हरियाणा)। आज विश्व राममय है। हम सभी के लिए यह परमानन्द का अवसर है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम राष्ट्र चेतना के आधार हैं।मुख्य अतिथि डॉ. श्याम बिहारी मिश्र ने सभी रचनाओं और रचनाकारों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए यह बात कही। अवसर बना हिन्दी भाषा एवं सद साहित्य हेतु कृत संकल्पित … Read more

प्रकृति की चेतावनियों को गंभीरता से लें

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** जलवायु परिवर्तन से उपजी पर्यावरणीय चुनौतियाँ आज मानव सभ्यता के अस्तित्व तक को प्रभावित कर रही हैं। जलवायु परिवर्तन अब कोई दूर का वैज्ञानिक विचार नहीं, बल्कि तत्काल अनुभव किया जाने वाला यथार्थ है, जिसकी भयावहता का प्रमाण सीएसई और डाउन टू अर्थ की क्लाइमेट इंडिया २०२५ की रिपोर्ट में स्पष्ट दिखाई … Read more

‘भाषा सेतु सम्मान’ से ईश्वर करुण विभूषित

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बेंगलूर (कर्नाटक)। अभ्युदय अंतरराष्ट्रीय संस्था (बेंगलूर) के ५वें वार्षिक समारोह में संस्था की ओर से इस वर्ष ‘भाषा सेतु सम्मान’ के लिए ईश्वर करुण का चयन किया गया था। श्री करुण को यह सम्मान बेंगलूर के सीएमएस जैन विवि के सभागार में डॉ. श्रीनिवास राजू (अध्यक्ष-व्यास इन्टरनेशनल) एवं कर्नाटक हिन्दी प्रचारिणी सभा के महासचिव डॉ. … Read more