हिंदी कार्यशाला में वक्ताओं ने दी कईं विषयों पर महती जानकारी
हैदराबाद (तेलंगाना)। भारत के रक्षा उपक्रम मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानि) में राजभाषा कार्यान्वयन समिति के तत्वावधान में कर्मचारियों के लिए ९ जून को हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया।…
हैदराबाद (तेलंगाना)। भारत के रक्षा उपक्रम मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानि) में राजभाषा कार्यान्वयन समिति के तत्वावधान में कर्मचारियों के लिए ९ जून को हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया।…
ललित गर्ग दिल्ली*********************************** भारत एक ओर जहां लगातार तेज वृद्धि करते हुए बीते दिनों जापान को पीछे छोड़ दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना, वहीं उपलब्धियों का सिलसिला जारी…
कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* चमेली, बेला है रात की रानी,महक है इनकी बड़ी सुहानी। घर-घर होती फूलों की क्यारी,चमेली, बेला की महक निराली। फैली हैं खुशबू महका है आँगन,बेला, चमेली…
बद्दी (हिप्र)। मेघालय की राजधानी शिलांग में हिंदी भाषा के संवर्धन के लिए पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी के तत्वावधान में १ जून तक 'लेखक मिलन शिविर' आयोजित किया गया। इसमें लेखक…
जबलपुर (मप्र)। हिंदी के प्रचार-प्रसार व हिंदी साहित्य की सेवा में लगे कवि-कवयित्रियों को निरंतर सम्मानित करने के क्रम में गणेश श्रीवास्तव (संस्थापक सशक्त हस्ताक्षर संस्था) व कवि संगम त्रिपाठी…
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** बम भोले त्रिपुरारीमस्तक शशि शोभाशिव शंकर विषधारी। बाघम्बर तन सोहेजटा-जूट वालेमन गंग-धार मोहे। वृषभ सवारी करेंकर त्रिशूल धर्तासब भक्तों के कष्ट हरें। दधि, दूध शहद घी कालेपन…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ टूट रही है आशाएं,मिट रहा है विश्वासपीठ में खंजर घोंप रहे हैं अपने,क्या यही रिश्तों का सार है…? सात वचन के वह फेरे,सात दिन भी…
दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* बस यही मेरी आरज़ू है,यही है मेरी प्रार्थनाअमन-चैन हो देश में मेरे,सदभाव की हो भावना। हरी-भरी हो धरती अपनी,चेहरे पर सबके मुस्कान रहेलहर-लहर लहराए तिरंगा,मान देश का…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* बहे सलिल सरिता विमल, समझो जीवन रत्न।सींच धरा रच उर्वरा, सफल किसान प्रयत्न॥ तरंगिणी अविरल बहे, सींचे विश्व जमीन।शस्य श्यामला हरितिमा, सुलभ धनी अरु…
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* धुंध गंध फैला मकरंद कहाँ खिला है ये वनचरा,अपने ही छंद बन आनंदकंद खिला है मोगराउंडेल कर सुगंध हवा जो मंद उत्तान खिला है मोगरा,पसरा मकरंद…