सीखने की जिद और जोखिम का नाम ‘अमिताभ बच्चन’

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ जन्म दिवस (१२ अक्टूबर) विशेष…. कुछ दिन पहले कहीं पढ़ा था कि अभिनेता अमिताभ बच्चन ने ट्वीट किया, “हर पल जीवन का, कुछ न कुछ सिखाता है, क्षमता कम ना हो सीखने की, समय यही सिखाता है।”हम सभी अपने जीवन में हर पल सीखते रहते हैं, परंतु इस बात को समझने और … Read more

पहली बार हुआ ‘भारतीय कविता दिवस’ का आयोजन, प्रस्ताव भेजा

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आगरा (उप्र)। साहित्य संगीत संगम के तत्वावधान में हिंदी कविता के प्रथम हस्ताक्षर चंद्रवर दाई एवं ‘ओम जय जगदीश हरे’ के रचनाकार पं. श्रद्धा राम फिल्लौरी को समर्पित ‘भारतीय कविता दिवस’ का आयोजन सिटी कान्वेंट स्कूल सभागार बल्केश्वर में किया गया। मुख्य अतिथि केंद्रीय हिंदी संस्थान के सांयकालीन कक्षाओं के विभागाध्यक्ष प्रो. उमापति दीक्षित रहे।आयोजन … Read more

‘जीवन संग्राम’ और ‘ऋषि चरित्र प्रकाश’ पुस्तक भेंट

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हैदराबाद (तेलंगाना)। पं. गंगाराम स्मारक मंच के अध्यक्ष भक्त राम और पंडित अशोक कुमार शास्त्री ने दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष धर्मपाल जी से हनुमान रोड स्थित आर्य समाज मंदिर कार्यालय में मुलाकात की और उन्हें ‘जीवन संग्राम’ व ‘ऋषि चरित्र प्रकाश’ पुस्तकें भेंट की। धर्मपाल जी ने पुस्तकों को देख गंगाराम जी को … Read more

छछंद के माहौल में छंदयुक्त ग़ज़लों का सामने आना बहुत उल्लेखनीय

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विमोचन… प्रयागराज (उप्र)। आज ग़ज़ल विधा को लेकर एक तरह से अराजकता फैली हुई है। ऐसे में डॉ. सोमनाथ शुक्ल का ग़ज़ल संग्रह ‘शाम तक लौटा नहीं’ बहुत सुखद अनुभव देता है। छछंद के माहौल में छंदयुक्त ग़ज़लों का सामने आना साहित्यिक समाज के लिए बहुत उल्लेखनीय है। यह बात गुफ़्तगू की ओर से रविवार … Read more

अंधविश्वास से केवल हानि

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* जादू-टोना कुछ नहीं होता है, केवल यह है अंधविश्वास,अनपढ़, मूर्ख लोग ही, करते इस पर भरोसा, रखते आस। तंत्र-मंत्र है बेमानी सब, जान लो, इसमें कुछ नहीं रखा,हानि होती है केवल ही, जिसने अंधविश्वास को है गहा। गाँव-गाँव में तांत्रिक-मांत्रिक, मिलते नित जाल बिछाये,वहीं भुगतता जो झाड़-फूँक के अंधविश्वास में है … Read more

जनता ‘जाति’ नहीं, ‘न्याय’ चुने, तो बिहार रचेगा इतिहास

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** बिहार में चुनावी रणभेरी बज चुकी है। मतदान की तारीखों की घोषणा के साथ ही लोकतंत्र का महायज्ञ आरंभ हो चुका है, जिसमें करोड़ों मतदाता अपने मत से राज्य की दिशा-दशा तय करेंगे। इस बार का चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि विचार और व्यवस्था परिवर्तन का चुनाव है। बिहार लंबे … Read more

गिरता जाता मानव मन

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डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* गिरता जाता मन मनुज, भुला रहा कर्त्तव्य।किसको चिन्ता देश की, सबका निज मन्तव्य॥ कार्य पूर्व परिणाम को, कौन करे अब सोच।फँसा लालची कपट छल, कहाँ पाप संकोच॥ कहाँ आज अवकाश है, अध्ययन शास्त्र पुराण।धर्म न्याय बदले क्षणिक, बनते न्याय प्रमाण॥ धर्म जाति छींटाकशी, अब आदत अधिकार।बस अनर्थ स्वागत करे, … Read more

अमर सुहाग हो

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उर्मिला कुमारी ‘साईप्रीत’कटनी (मध्यप्रदेश )********************************************** हर सुहागन का अपना अमर सुहाग हो,आँगन चंद्रमा और गणेश का वास होमेरे माथे सिंदूर पति के नाम सजा हो,हाथ मेंहदी भरा, लाल चूड़ियों भरा होईश्वर का आशीर्वाद सदैव मेरे साथ हो। अमर मेरा पति, सदैव सुहागन मैं रहूं,करवाचौथ का व्रत हर साल मैं करूँकरवा में अंजुली भर पोहा रेवड़ी … Read more

साहित्य सम्मेलन में अनेक हिन्दी सेवी मानद उपाधि से सम्मानित

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आगरा (उप्र)। हिंदी भाषा के उन्नयन और देशभर के साहित्य सेवियों को जोड़ने का वर्षों से उल्लेखनीय कार्य कर रही संस्था साहित्य मंडल नाथद्वारा द्वारा साहित्यकार शरद कुमार गुप्त (आगरा) को ‘हिन्दी काव्य भूषण’ तथा सम्पादक विजय कुमार गोयल को ‘पत्रकार सम्पादक रत्न’ की मानद उपाधि से अलंकृत किया गया है। राजभाषा हिन्दी दिवस के … Read more

यह ज़िंदगी रुकने न पाए

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* कुछ लम्हों की दुर्लभ दुनिया, यह ज़िंदगी रुकने न पाए,मिले वक्त कर्त्तव्य निभाने, कदम राहें रुकने न पाएकहाँ नहीं मुश्किलें ज़िंदगी पंछी तूफ़ानों से डर जाएँ,पंख खोल उन्मुक्त व्योम में, क्या उड़ान भरने न पाएँ। राहें हों पाषाण नुकीले ठोकर खा गिरने न पाए,घाटी दर्रों नदियों जंगल हर विघ्न … Read more