कैरव’ आदर्श राजनेता ही नहीं, अपितु स्तुत्य साहित्यकार भी

hindi-bhashaa

पटना (बिहार)। १९४२ के अग्र पांक्तेय नायकों में से एक पं. बुद्धिनाथ झा ‘कैरव’ केवल एक बलिदानी स्वतंत्रता सेनानी और आदर्श राजनेता ही नहीं, अपितु स्तुत्य साहित्यकार भी थे। वे १९५७ तक विधानसभा के सदस्य रहे, किंतु पटना या देवघर में एक घर तक नहीं बना सके। राजनीति उनके लिए सत्ता-सुख की नहीं, सेवा और … Read more

राम नाम में वसंत

कुमारी ऋतंभरामुजफ्फरपुर (बिहार)************************************************ राम धाम के वैभव बसंती सतरंगी वैभव को नमन,है नमन उन सद्गुरु के शिल्पी बंधन को शत-शत नमनरामधाम में प्रकृति वासंती बरसते पुलकित प्रकृति लगने लगी,हर मन में राम नाम की चेतना नहीं उमंगे हुलसने लगी,आज हर प्राण में लहर उठा हैराम धाम के हर सद्गुरु राम भक्तों को शत-शत वंदन,फिर आया … Read more

विद्या धन सर्वहितकारी

धर्मेंद्र शर्मा उपाध्यायसिरमौर (हिमाचल प्रदेश)******************************************** ‘विद्या धन’ सबधन सुखकारी,‘विद्या धन’ सर्वजन प्रियकारी‘विद्या धन’ सर्वलोक हितकारी,‘विद्या धन’ सर्वोचित मन हारी। ‘विद्या धन’ देश-विदेश दिखाए,‘विद्या धन’ हर एक प्रतिष्ठा दिलाए‘विद्या धन’ को कभी चोर न चुराए,‘विद्या धन’ संकीर्णता को दूर भगाए। ‘विद्या धन’ तीसरा नेत्र हमारा,जन-जन को जो लगता प्यारा‘विद्या धन’ सत्य पथ पर चलाता,विचलित मन को … Read more

सुख-दु:ख कर्म सिद्धांत

प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)************************************************** किसी के कारण सुख न पाते जग में तुम।किसी के कारण दुःख न पाते जग में तुम॥तुमको तुम्हारे कर्मों का ही फल मिलता,भोग के उनको मूल्य चुकाते जग में तुम॥ तुमको मानव देह मिली, है छूट तुम्हें,करो पाप या पुण्य इकट्ठा कर जाओ।रटो-जपो जी भर के नाम प्रभु जी … Read more

भारत का संविधान है शान

संजय एम. वासनिकमुम्बई (महाराष्ट्र)************************************* संविधान, संविधान, संविधान,क्या है ये यह भारत का संविधानजिसकी रट लगाये राजा से रंक,प्रजा से प्रधान कह रहे हैं एक ही विधान। ‘संविधान’ है देश की, सबसे ऊँची शान,देश को कैसे चलाया जाए उसकी जानएक किताब में लिख रख है देश का गुमान,इसमें सबका हक़ लिखा, इसमें सबका मान। हज़ारों भाषाएं … Read more

अहिंसाग्राम

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** “दादी, आज कौन-सी कहानी या किस्सा सुना रही हो ?” पोते ने कहा।” आपके पास तो सूचनाओं का भण्डार होता है।”“हाँ, आज तुझे सुना रही हूँ एक बड़ी अच्छी खबर। एक है अहिंसाग्राम।”दादी की बात पूरी भी नहीं हुई थी, कि पोते ने बीच में टोका- “अहिंसा नाम तो सुना था। कोई … Read more

संविधान को समझें

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** संविधान को जाने समझेंसंविधान निर्माता कौन,किसने इसको रूप दियाऔर संविधान का ज्ञाता कौन ? इसमें क्या अधिकार हमारेऔर हैं क्या कर्तव्य यहाँ,हर भारतवासी का धर्म हैसमझे सब कुछ पढ़ें यहाँ। योग्य नागरिक होकर उसकोसब कुछ जानने का अधिकार,हैं कर्तव्य हमारे क्या-क्या ?और क्या पाने का अधिकार। बाबा साहेब आम्बेडकर जी नेबड़ी भूमिका … Read more

हमारे संस्कार हमारी धरोहर

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* संस्कार और संस्कृति मानव जाति को सर्वश्रेष्ठ प्राणी बनाती है। ‌संस्कार सदैव परिवार में प्राप्त होता है। माता-पिता और परिवार के बुजुर्ग लोग बाल अबोध बाल हृदय को मिले संस्कार षोडश नये ज्ञान आचार विचारों से निमज्जित करते हैं। वे सन्तानों को नैतिक शिक्षा, सद्ज्ञान, रीति-रिवाज, परम्पराओं से परिचित … Read more

आत्मा की तृप्ति

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ वहाँ प्रभाव का आधार है,धर्म की स्थापना का सार हैजीवन स्पी मझधार में किनारा वही है,गीता आत्मा की तृप्ति का मार्ग है। धर्म के संस्कारों में,गीता के ज्ञान का महत्व हैवह हम सभी के लिए,आत्मा की तृप्ति का मार्ग है। समय का आयम है,कर्म का अटूट फल हैगीता सिर्फ ग्रंथ … Read more

पाक: बौखलाहट पराजित मानसिकता का परिचायक

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** पाकिस्तान की भारत-निंदा की आदत कोई नई नहीं है;यह उसकी कूटनीति एवं संकीर्ण सोच का स्थायी चरित्र है। ऐसा शायद ही कोई अवसर हो, जब भारत की बढ़ती शक्ति, बढ़ती साख और सांस्कृतिक उन्नयन का प्रभावी दृश्य उभरे एवं पाकिस्तान उसमें संकुचित मानसिकता से भरी त्रासद टिप्पणियाँ न करे, विरोध का वातावरण … Read more