शिलांग में लेखक डॉ. ‘भारतीय’ सम्मानित
बद्दी (हिप्र)। मेघालय की राजधानी शिलांग में हिंदी भाषा के संवर्धन के लिए पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी के तत्वावधान में १ जून तक 'लेखक मिलन शिविर' आयोजित किया गया। इसमें लेखक…
बद्दी (हिप्र)। मेघालय की राजधानी शिलांग में हिंदी भाषा के संवर्धन के लिए पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी के तत्वावधान में १ जून तक 'लेखक मिलन शिविर' आयोजित किया गया। इसमें लेखक…
जबलपुर (मप्र)। हिंदी के प्रचार-प्रसार व हिंदी साहित्य की सेवा में लगे कवि-कवयित्रियों को निरंतर सम्मानित करने के क्रम में गणेश श्रीवास्तव (संस्थापक सशक्त हस्ताक्षर संस्था) व कवि संगम त्रिपाठी…
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** बम भोले त्रिपुरारीमस्तक शशि शोभाशिव शंकर विषधारी। बाघम्बर तन सोहेजटा-जूट वालेमन गंग-धार मोहे। वृषभ सवारी करेंकर त्रिशूल धर्तासब भक्तों के कष्ट हरें। दधि, दूध शहद घी कालेपन…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ टूट रही है आशाएं,मिट रहा है विश्वासपीठ में खंजर घोंप रहे हैं अपने,क्या यही रिश्तों का सार है…? सात वचन के वह फेरे,सात दिन भी…
दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* बस यही मेरी आरज़ू है,यही है मेरी प्रार्थनाअमन-चैन हो देश में मेरे,सदभाव की हो भावना। हरी-भरी हो धरती अपनी,चेहरे पर सबके मुस्कान रहेलहर-लहर लहराए तिरंगा,मान देश का…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* बहे सलिल सरिता विमल, समझो जीवन रत्न।सींच धरा रच उर्वरा, सफल किसान प्रयत्न॥ तरंगिणी अविरल बहे, सींचे विश्व जमीन।शस्य श्यामला हरितिमा, सुलभ धनी अरु…
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* धुंध गंध फैला मकरंद कहाँ खिला है ये वनचरा,अपने ही छंद बन आनंदकंद खिला है मोगराउंडेल कर सुगंध हवा जो मंद उत्तान खिला है मोगरा,पसरा मकरंद…
दिल्ली। ‘न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन’ एवं ‘अदम्य ग्लोबल फाउंडेशन’ के संयुक्त तत्वावधान में ११ जून को अत्यंत महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम किया जा रहा है। 'झारखंड में हिंदी शिक्षा,…
इंदौर (मप्र)। साहित्यकार दिनेश तिवारी 'उपवन' को राष्ट्रीय साहित्य संस्था विद्योतमा फाउंडेशन की इंदौर इकाई का अध्यक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध कुमार मिश्र और डॉ. प्रो. अखिलेश राव की सहमति से…
डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* सतत् करें अभ्यास, काव्य बन जाए न्यारा।बनें काव्य मर्मज्ञ, काव्य रस बहती धारा॥सुधिजन देते मान, सुयश जीवन में खिलता।कवि की सृष्टि अपार,नहीं दुख इसमें मिलता॥…