आ रहा सिंहस्थ… अमृत बरसेगा

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** सिंहस्थ आ रहा अवंतिका द्वार,अमृत बरसेगा हर घर के द्वार। नयन थके हैं सुनो हे पालनहार,दर्शन से होगा सबका बेड़ा पार। सेवकों की मीठी वाणी करती थी आदर-सम्मान,प्रेरणा देते कर्म पर है आज सबको है अभिमान। क्षिप्रा नदी में तैरते जलते दीपक ने भी जाना,वो अपनी लौ से बता रहा सिंहस्थ … Read more

भारतीय साहित्य पर चिंतन-मनन की महती आवश्यकता-प्रो. बाबूराम

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देहरादून (उत्तराखंड)। वर्तमान में भारतीय ज्ञान परम्परा, सामाजिक समरसता, पर्यावरण, भारतबोध, टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, भारतीय साहित्य विश्व साहित्य पर चिंतन मनन की महती आवश्यकता है। निशंक जी का साहित्य विश्व साहित्य की श्रेणी में परिगणित होता जा रहा है। अन्तरराष्ट्रीय साहित्य संस्कृति एवं कला उत्सव-२०२५ में यह विचार मुख्य वक्ता के रूप में ‘रमेश पोखरियाल … Read more

कर देती हैं पूर्ण

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** कर देती हैं पूर्ण समर्पणनहीं कामना प्रतिफल की,करतीं हैं स्वीकार चुनौतीलिखें कहानी प्रतिपल की। नभ, थल चाहे गहरा सागरबढ़ कर उसको नाप लिया,देश की नेता बनीं बेटियाँराजनीति स्वीकार किया। तोड़ पुराने बंधन उसनेख़ुद्दारी को मोल लिया,आगे-आगे कदम बढ़ानेकठिन परिश्रम खूब किया। तूफ़ानों से लड़ना सीखासीमा पर ललकार दिया,उनके घर में घुसकर माराबड़ा … Read more

‘यादगार लम्हे’ में पद्मश्री प्रो. राम दरश मिश्र को दी श्रद्धांजली

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नोएडा (उप्र)। पेड़ों की छाँव तले फाउंडेशन के तत्वावधान में राष्ट्रीय साहित्यिक मासिक गोष्ठी ‘यादगार लम्हे’ शीर्षक से की गई। ‘स्मृति शेष’ पद्मश्री प्रो. राम दरश मिश्र पर केंद्रित इस गोष्ठी में सभी ने क्रमवार अपनी यादों को भावपूर्ण शब्दों के साथ साझा किया तथा श्रद्धांजलि अर्पित कीश्रद्धांजलि अर्पित करने वाले साहित्यकारों में प्रमुख रूप … Read more

दर्द लिख जाऊँ

सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* प्रेम पर लिखूं, इश्क को गाऊं काले तिल की महिमा बताऊं, आत्मा अभी मरी न इतनी…राष्ट्र शोक में चुप रह जाऊं। सबका दुःख महसूस करूं चीथड़े देखकर अश्क़ बहाऊं, ईश्वर ने गर कलम थमाई…हर इंसा का दर्द लिख जाऊँ। कलम को हथियार बना लूँ अश्कों की स्याही भर पाऊं,जितने भी घर कल उजड़े हैं…उस पर मलहम … Read more

जीवन का मतलब आना और जाना

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** इस तन का अभिमान न करना, यहीं पड़ा रह जाएगा,माटी का यह चोला तेरा, माटी में मिल जाएगा। चाहे राम हो चाहे श्रीकृष्ण, नर रूप में जन्मे थे,दोनों ने अपने जीवन में लाखों कष्ट सहे थेश्रीकृष्ण को जीवन में बेहद अपमान मिला,रणछोड़ और रसिया तक उनको कहा गयाकितने ही कष्ट सहे, विचलित … Read more

पहुँचे तोरण द्वार

डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* वर घोड़ी पर बैठकर, पहुँचे तोरण द्वार।दर पे तोरण मारकर, शुरू करे संस्कार॥ सज धज बैठी है वधू, मन में भर उत्साह।दूल्हा सज कब आयगा, होगा आज विवाह॥ दूल्हा घोड़ी पर चढ़े, संग चले बारात।बाराती सब नाचते, खुशी भरी है रात॥ दो हृदयों का मेल ही, होता सुभग विवाह।जीवन में … Read more

शहर की चुनिंदा कवित्रियों ने किया रचनापाठ

इंदौर (मप्र)। शहर की साहित्यिक प्रतिभाओं और कला का एक अद्भुत संगम वामा साहित्य मंच और कैनरीज़ फाइन आर्ट गैलरी के संयुक्त तत्वावधान में दिखा। वरिष्ठ चित्रकार योगेंद्र सेठी की चित्र प्रदर्शनी ‘अनवरत’ के रंगों भरे चित्रों के बीच शहर की चुनिंदा लेखिकाओं ने ‘रंगों के आकाश में स्त्री की उड़ान’ विषय पर भावपूर्ण रचनाओं … Read more

साहित्यकार हरीश नवल सम्मानित

अमेरिका। साहित्यकार हरीश नवल को अमेरिका में वर्जीनिया की संस्था पीएएआईए द्वारा भव्य समारोह में साहित्यिक सम्मान दिया गया, जिससे हिंदी की गूंज हुई। इनकी साहित्यिक सेवाओं का अभिनंदन करते हुए संस्था प्रमुख श्रीमती अंजली गुप्ता और मयंक गुप्ता द्वारा यह सम्मान दिया गया। अमेरिका के ३ राज्यों की सौंदर्य प्रतियोगिता वाले इस समारोह में … Read more

एक दिन की बात

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** श्रेया ऐसी ही थी, थोड़ी ही देर में सबको अपना मित्र बना लेती।जब भी कक्षा में कोई ऐसा चेहरा आता, जिससे सब दोस्ती करना चाहते तो बस श्रेया को आगे कर देते और थोड़ी ही देर में वह उसे मित्र बनाने में सफल हो जाती।बड़ी मिलनसार और साफ दिल थी वह, कोई … Read more