वृद्धाश्रम… ५० करोड़…

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ ट्रि.ट्रि.ट्रि…“अरे, सुयश आज इतने दिनों बाद मेरी याद कैसे आ गई ?’सौम्या कैसी हो तुम ?’’“मैं तो ठीक हूँ, सीधे-सीधे काम की बात करो।‘’“एक प्लान है, उसके लिए मुझे तुम्हारी मदद की जरूरत है।‘’“साफ-साफ बोलो, भूमिका न बनाओ।‘’“मेरे पास एक बिल्डर आया था। वह अपनी कोठी और बगीचे को तोड़ कर उस … Read more

भक्ति भाव

प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)************************************************** मत बन तू छलनी के जैसा सार बहा दे‌ असार धर,जैसे दुर्जन गुण को त्यागें अवगुण राखें संभार कर। सांचे भक्त हों सूप के जैसे कूड़ा बाहर सार अंदर,माया कूड़ा सार प्रभु जी प्रभु गुण गाऐं पुकार कर। जो भी मुक्त न होना चाहें माया-मोह के बंधन से,आसक्ति संसार … Read more

कवि सम्मेलन में हुई पुस्तक ‘कवियों के खाके’ (भाग-२) लोकार्पित

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हैदराबाद (तेलंगाना)। हिंदी लेखक मंच, हैदराबाद एवं ‘गीत चाँदनी’ के संयुक्त तत्वावधान में कीर्तिशेष नेहपाल सिंह वर्मा की जयंती के अवसर पर उनके द्वारा रचित पुस्तक ‘कवियों के खाके’ (भाग-२) का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर कवि सम्मेलन भी ईएसआई अस्पताल के समीप नाचारम (हैदराबाद) में उत्साहपूर्वक हुआ।इस सम्मेलन में नगर (हैदराबाद, सिकंदराबाद) के … Read more

आखिर क्यों ? स्त्री को कम आँकते…

बबिता कुमावतसीकर (राजस्थान)***************************************** हमारे समाज में ‘स्त्री’ शब्द जितना कोमल है, उसकी स्थिति उतनी ही जटिल रही है। युगों से स्त्री ने हर क्षेत्र में अपनी योग्यता, संवेदना और शक्ति का परिचय दिया है-फिर भी उसे अक्सर ‘कमतर’ समझा जाता है। प्रश्न उठता है-आखिर क्यों ? लंबे समय तक स्त्रियों की आर्थिक निर्भरता ने उन्हें … Read more

पौराणिक भक्ति प्रसंगों से ऊर्जान्वित हुई ही कल्पकथा काव्य गोष्ठी

🔹बाल प्रतिभा कार्यक्रमों को समर्पित रहेगा नवंबर सोनीपत (हरियाणा)। २२१वीं ऑनलाइन काव्यगोष्ठी में पौराणिक भक्ति प्रसंगों की काव्य चर्चा ने आयोजन को ऊर्जान्वित किया। अध्यक्षता बिहार के वरिष्ठ साहित्यकार बिनोद कुमार पाण्डेय ने की।प्रभु श्री राधा गोपीनाथ जी महाराज की कृपा से सद साहित्य हेतु कृत संकल्पित कल्पकथा साहित्य संस्था परिवार की संवाद प्रभारी ज्योति … Read more

‘विवाह’ जीवन आधार

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* नर-नारी कारण जगत, जीवन का आधार।शुभ विवाह बन्धन प्रणय, सप्त बन्ध परिवार॥ रिश्ते-नाते सब यहाँ, बस विवाह सम्बन्ध।धर्म सनातन आस्था, कुसुमित प्रीति सुगन्ध॥ खिले ज़िंदगी बांगवां, नारी पुरुष विवाह।महकें खुशियाँ मधुरता, सांसारिक सुख चाह॥ अन्तर्मन दम्पति मिलन, सुख दु:ख जीवन मीत।आलिंगन तन मन सृजित, शाश्वत दिल संगीत॥ विवाह समझौता … Read more

मन का खेल

सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* महासागर-सा यह मन मेरा…धैर्य-बंधन में बंधा हुआ,नन्हें कंकड़ से फट जाता…दामन ज्यों धीर का फिसल गया। एकरसता ज़िंदगी की…तार-तार मन कर देती,जर्रा-जर्रा खोल देती…एकाकी से जीवन का। क्यों, किसलिए है जीना…कुछ समझ नहीं आता,छूट रही ज़िंदगी हाथ से…कांप-कांप मन है जाता। गंगा-जमना-सी धाराएं…बंधन तोड़ निकल पड़ती,थोड़ा-सा मन खाली होता…कुछ सुकून-सा मिल … Read more

शिव बारात

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** कर कठिन तपस्या माता को, शिव ने जब था स्वीकार किया,सज गई बरात देव आए अपने-अपने वाहन लाएसब अगल-अलग चल पड़े वहाँ,माता का मण्डप सजा जहाँशिव सबसे पीछे निकले थेबाराती सब उनके संग थे,बारात देखने आते जोमारे डर के भाग जाते वोऐसी बारात न देखी थीसपने में भी नहीं सोची थी,कोई बिना … Read more

१५ को सम्मानित होंगे यतींद्र मिश्र

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सोनभद्र (उप्र)। साहित्य क्षेत्र के विद्वान यतींद्र मिश्र को ठाकुर प्रसाद सिंह स्मृति साहित्य सम्मान-२०२५ से सम्मानित किया जाएगा। माँ शारदा शिक्षा एवं सेवा ट्रस्ट राॅबर्ट्सगंज के मुख्य न्यासी डॉ. अजय कुमार सिंह ने बताया कि निर्णायक मंडल के अध्यक्ष साहित्यकार हेमंत शर्मा, सरस्वती पत्रिका के संपादक डॉ. रविनंदन, नागरी प्रचारिणी सभा वाराणसी के प्रधानमंत्री … Read more

मर्यादा की महत्ता

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* मर्यादा से मान है, मिलता है उत्थान।मिले सफलता हर कदम, हों पूरे अरमान॥ मर्यादा से शान है, रहे सुरक्षित आन।मर्यादा को जो रखें, वे बनते बलवान॥ मर्यादा से गति मिले, फैले नित उजियार।मर्यादा रहती सदा, बनकर जीवनसार॥ मर्यादा है चेतना, जाग्रत करे विवेक।मर्यादा से पल्लवित, सदा इरादे नेक॥ मर्यादा को साधता, … Read more