फिर साँप बाहर निकला
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** आतंक, विनाश और ज़िंदगी (पहलगाम हमला विशेष)... कर दिया चालीस को धराशायीतो बहुत ऊपर उड़ने लगे थे,पर तेरी क्या बिसात जो तुम…थाह भारत की लेने चले थे।…
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** आतंक, विनाश और ज़िंदगी (पहलगाम हमला विशेष)... कर दिया चालीस को धराशायीतो बहुत ऊपर उड़ने लगे थे,पर तेरी क्या बिसात जो तुम…थाह भारत की लेने चले थे।…
ललित गर्ग दिल्ली*********************************** पाकिस्तान की पहचान एक ऐसे देश के रूप में है, जो कमजोर है, असफल है, कर्ज में डूबा है, अपने नागरिकों के हितों की रक्षा करने में…
प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)************************************************** प्रभु जी तोसे नेह लगाऊँ जी,करुणा निधि हो खान गुणों की,गुण नित गाऊँ जी। मान अपमान से ध्यान हटाओ,तुमको ध्याऊं जी,तुम ही गुरु हो,…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* क्या सबसे अच्छी दोस्त…? ('विश्व पुस्तक दिवस' विशेष)... सबसे अच्छी दोस्त पुस्तकें, हर पल साथ निभाती हैं।अँधियारे में दीप जलातीं, हमको राह दिखाती हैं॥ वाहक पुस्तक…
डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* क्या सबसे अच्छी दोस्त…? ('विश्व पुस्तक दिवस' विशेष)... पुस्तक हमको ज्ञान सिखाती,पुस्तक जीना हमें बताती।यदि भटकें अनजान राह पर,पुस्तक हमको मार्ग दिखाती। जीवन की बगिया…
सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* क्या सबसे अच्छी दोस्त…? ('विश्व पुस्तक दिवस' विशेष)... खोए-खोए से ख्वाबों में,हम दो दुनिया में जीते थेसुंदर पल, प्यारे बचपन में,पुस्तकों से चुराया करते थे। चम्पक,…
डॉ. मुकेश ‘असीमित’गंगापुर सिटी (राजस्थान)******************************************** क्या सबसे अच्छी दोस्त…? ('विश्व पुस्तक दिवस' विशेष)... 'विश्व पुस्तक दिवस' काहे के लिए! अरे भाई, इसलिए नहीं कि लोग किताबें पढ़ेंगे, बल्कि इसलिए कि…
ऑस्ट्रेलिया। हिंदी साहित्य के वैश्विक विस्तार के लिए महत्वपूर्ण आयोजन ४ मई को आयोजित होने जा रहा है। त्रिपुरा विवि (त्रिपुरा) के साहित्य संकाय द्वारा न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल…
दिल्ली। अन्तरराष्ट्रीय सकारात्मक साहित्य मंच की अप्रैल माह की काव्य गोष्ठी अध्यक्ष डॉ. कीर्ति काले के द्वारका स्थित निवास पर हुई। इस बार की गोष्ठी राष्ट्रीय विचारधारा के कवि माखनलाल…
ऋचा गिरिदिल्ली*************************** हम सभ्य हो रहे हैं, पहले से कहीं और अधिक। हमारे अंदर जितनी अधिक सभ्यताउतनी ही संवेदनहीनता,और जितनी संवेदनहीनताउतनी ही व्यावसायिकता। यह हमारे विकास के लिए जरूरी है…वाकई…