शक्ति का अवतार नारी

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** नारी: मर्यादा, बलिदान व हौसले की मूरत… जब अत्याचार के बोझ तले,धरती माँ आहें भरती हैं।जब नन्हीं-नन्हीं सी कलियाँ,काँटों की पीड़ा सहती हैं॥ जब पापी का इस धरती से,नाम मिटाना होता है।तब नारी को दुर्गा बन,धरती पे आना होता है…॥ युगों-युगों से नारी शक्ति,पीड़ा सहती आई है।सुंदर-सी बगिया में जाने,क्यों कलियाँ … Read more

प्रभु मूरत नारी

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* नारी: मर्यादा,बलिदान, हौसले की मूरत… मर्यादा, बलिदान, हौंसले, की सूरत प्यारी,प्रभु मूरत नारी।दिखते नहिं भगवान उन्हीं की, तो सूरत न्यारी, प्रभु मूरत नारी॥ प्रभु ने सृष्टि सजाई, नारी रचना भाई,प्रभु की जीवन लीला, भी नारी से आई।प्रभु से पाकर,हर वैभव को, नारी बलिहारी,प्रभु मूरत नारी।मर्यादा, बलिदान, हौंसले,… जीवन भूल-भुलैय्या, भवसागर … Read more

चितवन की भंग

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* चितवन की भंग ने कर दिया कमाल।रखना तुम गौरी अब खुद को संभाल॥ अँखियों से झरती है रंगों की धार,होली की गौरियाँ है बलखाती नार।मनमौजी कान्हा ने किया है धमाल,चितवन की भंग ने कर दिया कमाल…॥ सिहरन-सी मन में उठी पूछो न हाल,सुध-बुध में खो चलूँ हिरनी-सी चाल।महुवे का रंग चढ़ा, पूछो … Read more

मैं तो भीगी पिया रंग में

आशा आजाद`कृतिकोरबा (छत्तीसगढ़)**************************** पुलकित मेरे नैन सलोने, मन बिछा रंगोली रे।मैं तो भीगी पिया रंग में, खूब खेलूँ होली रे॥ मैं कुछ इतराऊँ बलखाऊँ, नैन जब टकराये जी,आए गुलाल मुख पर मलने, मन बहुत शर्माये जी।लगता जैसे सारी खुशियाँ, आज भरती झोली रे,पुलकित मेरे नैन सलोने, मन बिछा रंगोली रे…॥ इस होली की बात निराली, … Read more

नाना रंग दिखाती होली

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* जीवन और रंग.. फागुन की मस्ती में झूमे,नाचे मस्तानों की टोली।लाई मस्ती की बहार ये,नाना रंग दिखाती होली॥ रंग अबीर गुलाल उड़ाते,पीकर भंग करे हुडदंग।मस्ती में झूमे मस्ताने,नाचे और बजाए चंग।चेहरे सभी लाल हुए हैं,नयनों से मारे ज्यों गोली।लाई मस्ती की बहार ये,नाना रंग दिखाती होली…॥ टेसू के रक्तिम फूलों से,कुदरत … Read more

होली की बहार

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जीवन और रंग… होली की आई बहार,सखी रे आज झूमो नाचो।झूमो नाचो रे, खुशियाँ बाँटो,होली की आई बहार…॥ प्रेम के रंग में तन को रँगा लो,छोड़ो बैर भाव सखी मन को जगा लो।मस्ती का छाया है खुमार,सखी रे आज झूमो नाचो।होली की आई बहार…॥ आज के दिन सब हिल-मिल जाओ,छोटा … Read more

उजियारा वर लो

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* जागो अब तो सारे लोगों, उजियारा वर लो।बीती बातें दूर करो अब, तिमिर सकल हर लो॥ नए सोच को धारण कर लो, मन को अब मोड़ो,अंधी बातें,विश्वासों की, जंज़ीरें तोड़ो।रुग्ण सोच से कुछ ना होगा, अच्छे को भर लो,बीती बातें दूर करो अब, तिमिर सकल हर लो…॥ जाति,धर्म के बंधन तोड़ो, … Read more

मनबसिया ना आज पास रे

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** मुझे भाये ना बसंती फाग रे।मनबसिया ना आज मेरे पास रे॥ पुरवईया पवन लगाये अगन,सब अपनी-अपनी धुन में मगनमैं जाऊं कहां, चहुँ ओर रंग बरसे,मेरी कोरी चुनर, भीगे नैन तरसे।कैसे मन को दिलाऊं मैं आश रे,मनबसिया ना आज मेरे पास रे…॥ भीगी-भीगी हवेली, भीगा पूरा शहर,पर मेरे दर्द की, ना है थोड़ी … Read more

लूट लिया खलिहान

डाॅ. अरविंद श्रीवास्तव ‘असीम’दतिया (मध्यप्रदेश) ********************************************************** कच्ची माटी के फूटे घरदेते यही बयानहमदर्दों ने मिलकर सारालूट लिया खलिहान। बारिश ने फसलों को धोखा दिया बहुत भारीपर खेतों ने जान लगा दी हिम्मत न हारीमौसम था खामोश मगरवह ले आया तूफान। कैसे हो इलाज धनिया का पास नहीं है पैसेघर की हालत बिगड़ी इतनीपतझड़ आया जैसेफूल-पात … Read more

अद्भुत नजारा

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* सृष्टा ने अपनी रचना का,भव्य रूप संवारा है।नाना रंग समाए इसमें,अद्भुत दृश्य नजारा है॥ प्रकृति की मनमोहिनी झांकी,नाना ऋतु बनाई है।विविध वृक्ष अरु लता मनोहरझांकी खूब सजाई है॥आसमान में चाँद-सितारे,रजत रश्मि की धारा है।नाना रंग समाए इसमें,अद्भुत दृश्य नजारा है…॥ दिनकर अश्वों पर सवार हो,करता जग में उजियारा।वसुधा पर मोती से … Read more