घुटती साँसों से आयु की चिन्ता

ललित गर्ग दिल्ली************************************** वायु प्रदूषण का संकट भारत की राष्ट्रव्यापी समस्या है। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो की हाल ही में जारी रिपोर्ट इस चिन्ता को बढ़ाती है, जिसमें कहा गया कि वायु प्रदूषण के चलते भारत में जीवन प्रत्याशा में गिरावट आ रही है। इसमें फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले पी.एम. २.५ कण की बड़ी भूमिका … Read more

आस्था में मिलावट…

डॉ. मुकेश ‘असीमित’गंगापुर सिटी (राजस्थान)******************************************** बहुत दिनों बाद सब्जी मंडी जाना हुआ…। श्रीमती जी मुझे पकड़ कर आज ले ही गईं, लेकिन मुझे इस बार भी मंडी के एक कोने में खड़ा कर दिया गया। मंडी में ख़रीददारी श्रीमती जी अकेले ही करती हैं। पता नहीं कैसे, जैसे ही मैं खरीददारी करने जाता हूँ, मंडी … Read more

हिंदी भाषा का विकास व संरक्षण सभी की जिम्मेदारी

मंजरी वी. महाजनहमीरपुर (हिमाचल प्रदेश)*************************************** भक्ति, संस्कृति, और समृद्धि की प्रतीक ‘हिन्दी’ (हिन्दी दिवस विशेष)… महात्मा गांधी जी के अनुसार- ‘हिंदी का प्रश्न मेरे लिए देश की आजादी का प्रश्न है। हिंदी भाषा केवल एक राजभाषा नहीं है, यह संपूर्ण देश की संस्कृति के रूप में पल्ल्वित और पुष्पित भाषा है।’           जब भारत वर्ष आजादी … Read more

कहना तो पड़ेगा

डॉ. मोतीलाल गुप्ता ‘आदित्य’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************** भारतीय भाषाओं में अंतर्संवाद समय की मांग… साहित्य जनमानस के धरातल पर जनभाषा में उपजता और पुष्पित-पल्लवित होता है। सरकार सभी स्तरों पर औपनिवेशिक दासता और उसके सभी प्रतीकों से छुटकारा पाने की बात कर रही है, लेकिन फिर भी भारतीय भाषाओं के साहित्य के पुरोधा और भारत की साहित्य अकादमी … Read more

भारतीय भाषाओं में अंतर्संवाद समय की मांग

-डॉ. विमलेश कान्ति वर्मा सीधी बात… साहित्य अकादमी की स्थापना के ७० वर्ष पूरे होने पर छः दिवसीय साहित्योत्सव २०२४ बड़ी धूमधाम से सम्पन्न हुआ। निमंत्रण पत्र पर अंकित था ‘विश्व का सबसे बड़ा साहित्य का उत्सव’। आयोजन भव्य और गरिमापूर्ण था। देश के कोने-कोने से आए मित्रों से मिलने का अच्छा अवसर था, पर … Read more

प्रसादम से खिलवाड़ आस्था पर आघात

ललित गर्ग दिल्ली************************************** तिरुपति मंदिर विवाद… लाखों-करोड़ों हिन्दू श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र तिरुमाला भगवान वेंकटेश्वरस्वामी मंदिर में मिलने वाले लड्डू (प्रसाद) में घी की जगह जानवरों की चर्बी और मछली के तेल के इस्तेमाल की शर्मनाक एवं लज्जाजनक घटना ने न केवल चौंकाया है, बल्कि मन्दिर व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। यह मामला … Read more

समृद्धि की प्रतीक ‘धरोहर’ हिन्दी

प्रो. लक्ष्मी यादवमुम्बई (महाराष्ट्र)**************************************** भक्ति, संस्कृति एवं समृद्धि की प्रतीक हिंदी (हिन्दी दिवस विशेष)… हिन्दी आज दुनिया की एक महत्वपूर्ण भाषा बन गयी है। आज १२७ देशों के विश्वविद्यालयों में हिन्दी पढ़ाई जाती है। दुनिया के लगभग सभी देशों में हमारे दूतावास हैं। अन्य देशों के भी दूतावास हमारे देश में हैं। इनमें से कई … Read more

यह कैसा श्राद्ध…!

शीलाबड़ोदिया ‘शीलू’इंदौर (मध्यप्रदेश )*********************************************** पितृ पक्ष विशेष… भारतीय रीति-रिवाज और परंपराओं में श्राद्ध पक्ष का बड़ा महत्व है, जिसमें अपने परिवार के पूर्वज और बड़े-बुजुर्गों की आत्मा की शांति-मुक्ति के लिए पूजा-पाठ, हवन, तर्पण आदि कर प्रार्थना की जाती है। उन लोगों की खुशी या मुक्ति के लिए प्रार्थना की जाती है, जो इस दुनिया … Read more

राजनीतिक दबाव का ‘आतिशी’ दाँव

ललित गर्ग दिल्ली************************************** अरविंद केजरीवाल राजनीति के चतुर खिलाड़ी हैं। उन्होंने राजनीति में कुछ मौलिक प्रतिस्थापनाएं की है, बने-बनाए रास्तों पर न चलकर नये रास्ते इजाद किए हैं। उनके व्यवहार एवं वचनों में विरोधाभास स्पष्ट परिलक्षित होते रहे हैं, लेकिन ये ही विरोधाभास उनकी राजनीतिक चमक का कारण भी बने हैं, क्योंकि राजनीति में सब … Read more

समृद्धि पथ पर अग्रसर हिंदी

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* भक्ति, संस्कृति एवं समृद्धि की प्रतीक हिंदी (हिन्दी दिवस विशेष )… किसी भी देश की भाषा और संस्कृति का सामंजस्य समय-काल से स्थापित होता है। जब जन किसी भी व्यक्ति की मातृभाषा सुनते हैं, तब सहसा विचार आता है, अच्छा वो व्यक्ति अमुक देश का है, अमुक प्रांत का है, … Read more