रूपेश कुमार
सिवान(बिहार)
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सुबह की पहली किरण,
हमें नई रोशनी है दिखाती
जीवन का नया रास्ता है दिखाती,
मन और तन में नया जोश जगाती
जीवन को नया उजाला दिखलाती,
मन को उमंगों से भर जाती।
हमें नई रोशनी है दिखाती
जीवन का नया रास्ता है दिखाती,
मन और तन में नया जोश जगाती
जीवन को नया उजाला दिखलाती,
मन को उमंगों से भर जाती।
सुबह की पहली किरण,
नई लक्ष्य दिखाती
नया रंग और नया रुप दिखाती,
नई कल्पनाओं से हमें अवगत कराती
नए अस्तित्व में नए आयाम लाती,
नई पीढ़ी को नया ज्ञान देती।
सुबह की पहली किरण,
नया प्यार और आशीर्वाद देती,
हमें जीवन सीखने का अवसर प्रदान कराती
दिल और हृदय का मेल कराती,
नई दुनिया और दुनियादारी सिखाती
नई रोशनी और नए दीपक सा उजाला करती।
सुबह की पहली किरण,
मेरे अरमानों को नई अनुभूतियाँ देती
नई खुशियाँ और नई हस्तियाँ पैदा कराती,
जीवन की राहों से मेरे काँटों को हटाती
मेरी मातृभूमि की रक्षा कराती,
मेरी मंजिलों से अवगत कराती।
सुबह की पहली किरण,
नए पशुओं और नए पक्षियों का गान सुनाती
जीवन के सूनेपन को मिटाती,
शिक्षा और संस्कार की ओर हमें बढ़ाती
संसार में दर्शन की एक जोत जगाती,
हमें अंधेरों से रोशनी की ओर ले जाती।
सुबह की पहली किरण…॥