प्रीति शर्मा `असीम`
नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)
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मुंशी प्रेमचन्द जयन्ती(३१ जुलाई) विशेष
कलम सिपाही प्रेमचंद ने,
मानव चरित्र का आख्यान लिखा।
धनपत राय श्रीवास्तव से,
प्रेमचंद हो
जीवन का संपूर्ण व्यवधान लिखा।
कलम सिपाही प्रेमचंद ने,
समाज में फैली बुराइयों को
दूर करने का संकल्प लिखा।
मानसरोवर के ८ भागों में,
देकर कहानियों के ३०१ मोती
उस युग का महात्राण लिखा।
कलम सिपाही प्रेमचंद ने,
मानव चरित्र का आख्यान लिखाकर्मभूमि
की राहों में,
रंगभूमि का नया आयाम लिखा।
नारी की दुर्दशा सहेज कर,
मंगलसूत्र का प्राण लिखा
विधवा विवाह की कर अगवाही,
कायाकल्प का आगाज़ लिखा।
कलम सिपाही प्रेमचंद ने,
मानव चरित्र का आख्यान लिखा।
देकर नवजीवन,
नवल सोच साहित्य को
वह कथा सम्राट
नौ कहानी संग्रह,
नौ उपन्यास का
कर योग गया।
प्रथम अनमोल रत्न साहित्य का,
कर गोदान,कफन
में
लिख जीवन सारांश का,
अंत गयाll
परिचय-प्रीति शर्मा का साहित्यिक उपनाम `असीम` हैl ३० सितम्बर १९७६ को हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में अवतरित हुई प्रीति शर्मा का वर्तमान तथा स्थाई निवास नालागढ़(जिला सोलन,हिमाचल प्रदेश) हैl आपको हिन्दी,पंजाबी सहित अंग्रेजी भाषा का ज्ञान हैl पूर्ण शिक्षा-बी.ए.(कला),एम.ए.(अर्थशास्त्र,हिन्दी) एवं बी.एड. भी किया है। कार्यक्षेत्र में गृहिणी `असीम` सामाजिक कार्यों में भी सहयोग करती हैंl इनकी लेखन विधा-कविता,कहानी,निबंध तथा लेख है।सयुंक्त संग्रह-`आखर कुंज` सहित कई पत्र-पत्रिकाओं में आपकी रचनाएं प्रकाशित हैंl आपको लेखनी के लिए प्रंशसा-पत्र मिले हैंl सोशल मीडिया में भी सक्रिय प्रीति शर्मा की लेखनी का उद्देश्य-प्रेरणार्थ हैl आपकी नजर में पसंदीदा हिन्दी लेखक-मैथिलीशरण गुप्त,जयशंकर प्रसाद,निराला,महादेवी वर्मा और पंत जी हैंl समस्त विश्व को प्रेरणापुंज माननेवाली `असीम` के देश और हिंदी भाषा के प्रति विचार-“यह हमारी आत्मा की आवाज़ है। यह प्रेम है,श्रद्धा का भाव है कि हम हिंदी हैं। अपनी भाषा का सम्मान ही स्वयं का सम्मान है।”