कुल पृष्ठ दर्शन : 205

You are currently viewing सफल जन्म,हमारा भी फ़र्ज

सफल जन्म,हमारा भी फ़र्ज

संजय जैन 
मुम्बई(महाराष्ट्र)

****************************************

सफल जन्म मेरो भयो,
मानव जीवन पाकर।
धन्य हुआ मानव जीवन,
माँ-बाप के संग रहकर।
कितना कुछ वो किए,
मुझे पाने के लिए।
अब हमारा भी फर्ज है
उनकी सेवा करने का॥

सब-कुछ समर्पित किए वो,
लायक मुझे बनाने के लिए।
कैसे अब मैं छोड़ दूँ,
उनको उनके हाल पर।
नहीं उतार सकता मैं,
कर्ज उनका मरते दम तक।
पर कुछ ऋण चुका सकता,
उनकी औलाद बनकर।
सफल जन्म मेरा हो जाएगा,
पुत्र धर्म को निभाकर॥

जब तू भी माँ-बाप बनेगा,
पुन: यही दोहराया जाएगा।
तेरे किए अच्छे कर्मों का,
तुझे फल यहीं मिल जाएगा।
मात-पिता से बढ़ कर इस,
जग में और कुछ है नहीं।
ये बातें औलाद समझ जाएगी,
फिर ईश्वर की तरह तुझे पूजेगी।
सफल जन्म हमारा तब,
ये मानव जीवन हो जाएगा।
ये मानव जीवन हो जाएगा…॥

परिचय– संजय जैन बीना (जिला सागर, मध्यप्रदेश) के रहने वाले हैं। वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं। आपकी जन्म तारीख १९ नवम्बर १९६५ और जन्मस्थल भी बीना ही है। करीब २५ साल से बम्बई में निजी संस्थान में व्यवसायिक प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। आपकी शिक्षा वाणिज्य में स्नातकोत्तर के साथ ही निर्यात प्रबंधन की भी शैक्षणिक योग्यता है। संजय जैन को बचपन से ही लिखना-पढ़ने का बहुत शौक था,इसलिए लेखन में सक्रिय हैं। आपकी रचनाएं बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। अपनी लेखनी का कमाल कई मंचों पर भी दिखाने के करण कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इनको सम्मानित किया जा चुका है। मुम्बई के एक प्रसिद्ध अखबार में ब्लॉग भी लिखते हैं। लिखने के शौक के कारण आप सामाजिक गतिविधियों और संस्थाओं में भी हमेशा सक्रिय हैं। लिखने का उद्देश्य मन का शौक और हिंदी को प्रचारित करना है।

Leave a Reply