‘कोविड’ जहर बनता गया

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* आज कोविड जहर देख बनता गया,संक्रमण से मनुज नित्य मरता गया। क्या बिगाड़ा भला इस मनुज ने कहो,साँस मांगी मगर नित तड़पता गया। वेवजह तो नहीं आपदा की घड़ी,स्वार्थ रख सर्वदा कर्म करता गया। वृक्ष जब भी कटा,देख हँसता रहा,काठ के बिन मनुज आज जलता गया। खेल कुदरत नया आज ऐसा … Read more

मैं तो भीगी पिया रंग में

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* पुलकित मेरे नैन सलोने,मन बिछा रंगोली रे।मैं तो भीगी पिया रंग में,खूब खेलूँ होली रे॥ मैं कुछ इतराऊँ बल खाऊँ,नैन जब टकराये जी,आएँ गुलाल मुख पर मलने,मन बहुत शर्माये जी।लगता जैसै सारी खुशियाँ,आज भरती झोली रे,पुलकित मेरे नैन सलोने,मन बिछा रंगोली रे…॥ इस होली की बात निराली,हृदय सुरभित लागे है,जहाँ भागते … Read more

रंग भरी ये होली

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* फागुन संग-जीवन रंग (होली) स्पर्धा विशेष… रचना शिल्प:सार छंद….. आई सुंदर आज देख लो,रंग भरी ये होली।रंग भरी पिचकारी ले लो,आओ रे हमजोली॥ छेड़ो सब जन साज-नगाड़ा,गाओ मिल-जुल गाना।बिछा रहे रंगोली जैसे,मौसम लगे सुहाना।मीठी वाणी हृदय लुभाये,होवे ऐसी बोली।रंग भरी पिचकारी ले लो,आओ रे हमजोली…॥ हरा लाल नारंगी सुंदर,नीला पीला डालो।ढोल-नगाड़ा … Read more

हरी सब्जियाँ,फल खाओ

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* सुन लो बच्चों एक कहानी।सेहत की है बात बतानी॥कैसे बनती सेहत जानो।खरी बात यह मेरी मानो॥ हरी सब्जियाँ ताकत देती।सुंदर इसकी करते खेती॥इसे भूमि पर सदा उगाते।बढ़ने पर हम सब हैं खाते॥ खनिज तत्व इसमें है सारा।सेहत से तन लगता न्यारा॥खूब विटामिन इससे पाओ।रोज सब्जियाँ घर पर खाओ॥ आलू गोभी और … Read more

सभी धुरी,माँ केन्द्र धरा की

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* सभी धुरी माँ केन्द्र धरा पर,नारी ही वरदान शान है।दिव्य किरण का तेज ओज वो,ईश्वर का अभिदान शान है॥ अनुपम निर्मल प्रेम धार से,करे सुरक्षा प्रेम सार है।कोख धरे नव जीव जन्म दे,अविरल बहती धरे प्यार है। सुरभित करती मानव जीवन,हृदय भाव का मधुर गान है।सभी धुरी माँ केन्द्र धरा पर,नारी … Read more

नारी है अवतार

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* महिला दिवस स्पर्धा विशेष…… नारी है अवतार,हृदय में इसे बसाएँ।जगती का आधार,प्रेम के पुष्प चढ़ाएँ॥ जीवन का उद्धार,जन्म देकर करती है।मुश्किल कितनी होय,कर्म से ये बढ़ती है॥ कभी बहन बन जाय,प्रेम से घर को रखती।दुख की होवें छाँव,धर्म के पथ पर चलती॥ देती हरपल साथ,हाल कैसा भी होवें।मात-पिता का भार,प्रेम से … Read more

गीत-देख सुखद मधुमास सखी री

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* वसंत पंचमी स्पर्धा विशेष ….. इस विरहन की अमिट प्रीत वो,हृदय मिलन की आस सखी री।प्रेमिल मन आह्लाद हुआ अति,देख सुखद मधुमास सखी री॥ व्याकुल रहता है मन अक्सर,प्रेम मिलन की आस मुझे है।अंतर मन की पीड़ा हरने,आओगे विश्वास मुझे है।यहीं कहीं हो पास हमारे,बार-बार अवभास सखी री।इस विरहन की अमिट … Read more

हूँ नन्हीं चिड़िया

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* मैं हूँ नन्हीं सुंदर चिड़िया,वृक्ष एक आधार।मनुज छीनता आज देख लो,नित मेरा घर बार॥ जब-जब नीड़ बनाती हूँ मैं,घर जाता है टूट।धन का लालच हृदय बसाकर,चैन रहे हैं लूट॥ पीड़ा मुझको भी होती है,समझो मेरा मर्म।मूक सदा रहकर भी सुन लो,सदा निभाती धर्म॥ घर की चाहत जैसा रखते,वैसी मुझको आस।वृक्ष काटकर … Read more

माता,भर दो नव विश्वास

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* करूँ वंदना शारद माँ की,करती हूँ यह आस।नेक सृजन का पथ हो माता,भर दो नव विश्वास॥ जनहित का उद्धार करे हम,सृजन गढ़े अनमोल।शब्द शब्द में सार समाये,मन जाए नित डोल।हृदय भाव की अभिव्यक्ति से,फैले नित्य उजास।करूँ वंदना शारद माँ की,करती हूँ यह आस॥ लेखन में भाईचारा हो,प्रेम भाव का सार।लेखन से … Read more

लोभ मोह के भँवर

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* अनाचार के बुरे कृत्य को,मूक देख चुपचाप खड़ा।श्रेष्ठ कर्म के पथ को भूला,मनुज द्वेष में आज पड़ा।स्वार्थ भाव को हृदय बसाता,सबके मन वो खटक रहा।लोभ मोह के भँवर में फँसा,सत्य कर्म पर अटक रहा…॥ भाई का दुश्मन है भाई,धन का लोभ हृदय भरा।रिश्तों के बंधन सब टूटे,प्रेम भाव नहिं हृदय धरा।सर्व … Read more