मुहब्बत सोचने वालों के बस की बात ना होती
अमितू भारद्वाज शिकोहपुर (उत्तरप्रदेश) ******************************************************************************** मुहब्बत सोचने वालों के,बस की बात ना होती, ये आँखें सूख जाती तो,कोई बरसात ना होती। ना आते तुम ख्वाबों में,अगर चितचोर के जैसे, उड़ी होती पतंग मन की,बता बिन डोर के कैसेl मेरी नदियों का सागर बन सहारा हो गया होता, जो मेरे पास है सारा,तुम्हारा हो गया होताl … Read more