सिसकी

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** जब मन की पीड़ा,आँसू बन करगालों पर आती है,यही सिसकीकहलाती है। सिसकते हैं हम,बिछड़े प्रियतम की यादों मेंखो जाते हैं हम याद कर,उनकी बातों में। आँसू सिसकी की,शान बढ़ाते हैंबिना रुके,गिरते जाते हैं। कुदरत के आगे,नहीं चलती किसकीदुखी आत्मा की आवाज,होती है सिसकी। कौन याद करता है,ये हिचकियांबयां करती है,और … Read more

गुलशन उजड़ गया

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** फूलों का बगीचा,कहलाता है गुलशनदेख कर आनंदित,होता है हमारा मन।कोरोना के प्रभाव से,सबका गुलशन उजड़ गयाअच्छे-अच्छों का,बजट बिगड़ गया।तुमने अच्छा नहीं किया,किसी के गुलशन में आग लगा केभगवान तुमको क्या मिला,हजारों माँओं के चिराग बुझा के।वाह भगवान तुमने,ये क्या कर डालाअपना गुलशन,स्वंय ही उजाड़ डाला।लोग तेरे भरोसे पर थे,पर तुमने … Read more

कभी-कभी खुद से बात करो

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** ज़माने से बात तो,हम बहुत करते हैंकभी-कभी खुद से बात करो,अपने दिल और दिमाग कोखुशियों से भरो। खुद ही खुद से,बात करोहर समस्या का,हल प्राप्त करो। जब भी फुर्सत मिले,खुद से बात करोखुद से बोलो,अपनी नजरों में क्या होतुम ये मन की,तराजू पर तौलो। खुद से बात करना बीमारी,नही बल्कि … Read more

चुनाव और कोरोना

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** जहाँ चुनाव है होता,वहाँ‘कोरोना’ नहीं होता,यह शोध सेपता चला है।इसलिये सम्पूर्ण देश से,कोरोना कोभगाने का एकमात्र उपाय,देश में मध्यावधिलोकसभा चुनाव की,घोषणा की जाए।जब सम्पूर्ण देश में,चुनाव प्रचारआरम्भ हो जाएगा,तो समझदार कोरोनाअपने मूल देश चीन,वापस लौट जाएगा॥ परिचय-डॉ. प्रताप मोहन का लेखन जगत में ‘भारतीय’ नाम है। १५ जून १९६२ को … Read more

बेवफाई

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** किसी को प्यार मेंधोखा देना,कहलाता है बेवफाईऔर धोखा देनेवाले को,कहते हैं हरजाई। जिनसे हमने की थीवफा की उम्मीद,उन्होंने की बेवफाईउनके जाने से हमारे,जीवन में आई तनहाई। बेवफाई आशिक कोतोड़ देती है,उसकी जिंदगी केरास्ते को मोड़ देती है। मैंने तुमको दिल से चाहापर तुमने की बेवफाई,तुम्हारी यह अदामेरे समझ में न … Read more

न किया सिद्धांतों से समझौता

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. अटल जी थे अटल,अपनी हर बात पर अटलन कभी कियासिद्धांतों से समझौताlन दिया कभी देश की,जनता को धोखाउन्होंने राजनीति की,देश की सेवा के लिएकभी नहीं जिए,वे अपने लिएlसादगी की मूर्ति थे अटल,लोकप्रिय वक्ता थे अटलथे अविवाहित,अपना जीवन कियाराष्ट्र को समर्पणlऐसे अटल जी … Read more

भले रहें गरीब पर,न जाए ईमानदारी

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** गरीबी या लाचारी,यह बहुत बड़ी है बीमारीइससे दूर रखे ईश्वर सबको,यही दुआ है हमारीl न हँसें किसी की गरीबी पर,न उड़ाएं किसी गरीब का मजाकक्योंकि कुदरत की लाठी में,नहीं होती है आवाजl न रिश्तेदार साथ होते हैं,न समाज साथ देता हैगरीब तो केवल अपनी,लाचारी पर रोता हैl करते रहें मेहनत,सफलता … Read more

आईना

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)******************************************************************* आईना हमारीऔकात दिखाता है,जैसे हैं हमवैसा दर्शाता है। आईने का हैयह स्वभाव,नहीं करता हैकिसी से भेदभाव। धूल लगी होती हैहमारे चेहरे पर,और हम अक्सरआईना साफ़ करते हैं,यह गलती हमकई बार करते हैं। उनको देखकरआईना भी,आह भरता हैउनकी,सुंदरता परमरता है। काश! भगवानकोई ऐसा आईनाबनाए,जिसमें चेहरे केसाथ उसका,व्यक्तित्व भीनजर आए। आईना यदिचेहरे … Read more

करें योग

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)******************************************************************* करते रहें प्रतिदिनयोग,ज़िन्दगी भर रहें निरोग। योग हमारे जीवनके लिए जरुरी है,इसके बिना स्वस्थ्य रहनेकी कल्पना अधूरी है। योग से शरीर बनता हैस्वस्थ और बलवान,यही है शरीर कोनिरोग रखने का समाधान। योग खुद भी करेंदूसरों को भी प्रेरित करें,इसी प्रकार स्वस्थराष्ट्र का निर्माण करें। यदि है हमेंबीमारियों से नाता तोड़ना,तो … Read more

जंगल में चुनाव

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)******************************************************************* जंगल में है इस समय ख़ुशी भारी,क्योंकि चल रही है चुनाव की तैयारी। चुनाव को देखकर शेर ने किया है यह वादा,अब उसने किया है शाकाहारी होने का इरादा। शेर और बकरी एक ही घाट का पानी पीएंगे,साथ जिएंगे और साथ ही मरेंगे। बिल्ली का है यह वादा,उसने छोड़ दिया … Read more