झूम कर मन बना मयूरी

आकांक्षा चचरा ‘रूपा’कटक(ओडिशा)************************************* वसंत पंचमी स्पर्धा विशेष ….. माँ शारदे की कृपा से पावन वसंत पंचमी का आगमन हुआ,शीत ऋतु ने करवट बदली,ठिठुरने का अंत हुआ। वसंत आया,वसंत आया,झूम कर मन बना मयूरी,हरियाली का मौसम आया,आरम्भ वसंत हुआ। आसमान में खेल चला है सतरंगी पतंगोत्सव का,लहराती पीली-पीली सरसों,बागों में आम का बौर आया। वसंत आया,वसंत … Read more

हर परिस्थिति में हमको सँभाले

मंशिका चचरा, कटक(ओडिशा)*********************** शिक्षकों को समर्पित…. कच्ची बुद्धि को तराश कर,नन्हें हाथों को थाम करपहचान बनाने वाले लक्ष्य पर,पहुँचाने वाले शिक्षकों कोमेरा शत-शत नमन है।अच्छे-बुरे की पहचान करवाते हैं,प्यार से,कभी नकली फटकार सेजीवन तराश देते हैं।कक्षा में आते ही अपने शिष्यों की,आँखों से उनकी मन की छवि भाँप लेते हैंसभी बच्चों को करते माँ-बाप जैसा … Read more

बेटी

आकांक्षा चचरा ‘रूपा’कटक(ओडिशा)**************************************** बेटियों की मुस्कुराहटों ने,कई राज खोल दिए,चुप रहे अल्फाजों से आँखों की नमी ने,दर्द के तमाम राज बयान कर दिए।पढ़ने दो-लिखने दो मेरे पंखों को,उड़ान पर साक्षर होने का प्रमाण दोमैं सब कर सकूँ,मुझ पर विश्वास की छाप दो।मेरे तजुर्बे ने मुझे नाकामयाबी का,नकाब उतारना सिखा दियाजब से पता चली जमाने को,उड़ान … Read more