नवरात्रि में जसगीत का महत्व और छत्तीसगढ़

डॉ.जयभारती चन्द्राकर भारतीगरियाबंद (छत्तीसगढ़) ********************************************************* माता फूल गजरा,गूंथव हो मालिन के देहरी फूल गजरा…,भारतवर्ष में नवरात्रि पर्व को वर्ष में २ बार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है और देवी की आराधना की जाती है। वर्ष में ४ नवरात्रियां होती है जिनमें २ नवरात्रि गुप्त अथवा सुप्त नवरात्रि कहलाती है और २ नवरात्रि जागृत नवरात्रि कहलाती … Read more

हिंदी-हिंदी गूंजे अब

डॉ.जयभारती चन्द्राकर भारतीगरियाबंद (छत्तीसगढ़) ********************************************************* हिंदी दिवस विशेष….. हिंदी है भारत की राष्ट्रभाषा,गर्व करो हिंदी,जनमन की है भाषा।हिंदी बन रही,अब विश्व भाषा,लिपि है देवनागरी,है वैज्ञानिक भाषा।आओ हम नमन करें,राष्ट्रभाषा का सम्मान करें।हिंदी सुनें,बोलें हिंदी,हिंदी में हम लिखें।हर मन के कोने से,हिंदी-हिंदी गूंजे अब,हर-मन के कोने से,हिंदी-हिंदी गूंजे अब…॥ परिचय-डॉ.जयभारती चन्द्राकर का साहित्यिक उपनाम `भारती` है। जन्म … Read more

जंगल के हम हैं फूल

डॉ.जयभारती चन्द्राकर भारती गरियाबंद (छत्तीसगढ़) *************************************************************************** जंगल के हम हैं फूल’ सदा हँसते और लहलहाते हैं ना हमें खाद की जरूरत, ना हमें ही नित पानी चाहिए बिना किसी देखभाल के, दिखते हैं कितने सुन्दर। जंगल के हम हैं फूल… ना किसी का संरक्षण, ना ही किसी का दुलार फिर भी हम जी लेते हैं, अपनी … Read more

वीर शहीदों को नमन…

डॉ.जयभारती चन्द्राकर भारती गरियाबंद (छत्तीसगढ़) *************************************************************************** वीर शहीदों की शहादत, कैसे हम भूल पायेंगे श्रद्धांजलि,श्रद्धासुमन अर्पित कर, ऋण कैसे हम चुकायेंगेl अतुल्य निधि देश के वीर जवान, सरहद पर नज़र टिकायेंगे एक वीर शहीद का प्रतिशोध, सौ दुश्मन मार गिरायेंगेl सरहद का पुलवामा आतंक, शहादत पर कह रहा हिन्दुस्तान कब तक,आखिर कब तक ? आतंक अब … Read more

आओ हम वंदन करें वीर शहीद जवानों को

डॉ.जयभारती चन्द्राकर भारती गरियाबंद (छत्तीसगढ़) *************************************************************************** आओ हम वंदन करें,वीर शहीद जवानों का, भारत की माटी चंदन,शीश धरो इस माटी का। आओ हम वंदन… जुनून हृदय में लिए,देश की रक्षा करें, देश पर निछावर हो,धर्म-कर्म स्वाभिमान लिए। चाहे जीना,चाहे मरना,देश की खातिर हैं मिटना, आओ हम वंदन करें… नील गगन में लहराता तिरंगा,मधुर मुसकान लिए, तिरंगे … Read more

वृक्षारोपण

डॉ.जयभारती चन्द्राकर भारती गरियाबंद (छत्तीसगढ़) *************************************************************************** वृक्षारोपण का नाम सुनते ही आज सूर्य की पहली किरण से ही नर्सरी में छोटे-छोटे पौधों के बीच हँसी-ठिठौली और खलबली मची हुई थी। फूलों के छोटे-छोटे पौधे आपस में अपनी खुशी जाहिर कर रहे थे। एक पीला गुलाब का पौधा कह रहा था-“हम कितने खुश नसीब हैं कि हमें … Read more

देखो सखी बसंत आया

डॉ.जयभारती चन्द्राकर भारती गरियाबंद (छत्तीसगढ़) *************************************************************************** देखो सखी बसंत आया, कुहरा मिटा,पतझड़ का अंत आया हरीतिमा वृक्ष,नवल पुष्प उमंग से मुस्काया, देखो सखी बसंत आया…। आम्र वृक्ष बौर से लद गये, कोयल कूक मीठी ने दिया संदेश बसंत-सा जीवन हो सबका, देखो सखी बसंत आया…। प्रकृति का सुन्दर रंग भरने, आया मौसम बसंत उल्लास का अंर्तमन … Read more