अर्धनार-सा मनुष्य
संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** स्त्री है ना पुरुष हैअर्धनार-सा मनुष्य है,मर्दानी और स्त्रैण में-भाव क्यों विरुद्ध है। खंड है तो खंडन क्योंलिंगभेद आडंबर क्यों,पूज्यनीय अर्धनारीश्वर-स्वयं भाव क्यों अवरुद्ध है! वंश में यह दंश क्योंपुरुषत्व ही अंश क्यों,मर्दानी में ये मर्द क्यों-स्त्रैण क्यों विरुद्ध है! चाव है,भाव हैबराबर के उर घाव है,एक हाथ शुद्ध तोदूसरा क्यों अशुद्ध … Read more