बदलते मौसम
संजय गुप्ता ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** बदलते मौसम की निराली रीत है,गर्मी के बाद बरसात फिर शीत है।बदलते मौसम की निराली रीत है… आना-जाना नियम यही बतलाए,पतझड़ के बाद तो बहार ही आएघोर गरमी में दुबकी है जो कोयल,वही बारिश में फिर गीत सुनाए।कब किस मौसम से लगे प्रीत है,बदलते मौसम की निराली रीत है… जिंदगी का … Read more