क्या यही हमारी रीत ?
रोशनी दीक्षितबिलासपुर(छत्तीसगढ़)************************************************ नव वर्ष नये साल का कैसे मनाऊँ जश्न,क्या यही हमारी रीत है ? मन में उठता है प्रश्न।सोचिए,विचारिए,करिए तनिक चिंतन… देख नयन में नीर भरे हैं,ये किस राह पर हम चले हैंये नहीं हमारी संस्कृति है,ये भेड़-चाल की विकृति हैदेख देश की हालत को,मन मेरा करता है रुदन।सोचिए,विचारिए,करिए तनिक चिंतन… नवरेह की धूप … Read more