मुझे प्यार नहीं हो सकता
श्रीकांत मनोहरलाल जोशी ‘घुंघरू’ मुम्बई (महाराष्ट्र) ************************************************************************* हुस्न कभी वफादार नहीं हो सकता, मुझे इश्क़ से इंकार नहीं हो सकता। पत्थर सा दिल हो गया है मेरा, अब मुझे प्यार नहीं हो सकता। गम का समंदर मेरी आँखों में है, मुझे अश्क से इंकार नहीं हो सकता। रात भर जो जला था रोशनी का दीया, मुझे … Read more