गर ज़हीन है तो है

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** आदमी गर ज़हीन है तो है। सबको उस पर यक़ीन है तो है। सोचता वक़्त से बहुत आगे, सोच उसकी नवीन है तो है। तर्क गढ़ता नये-नये हर दम, ज़ह्न उसका महीन है तो है। आदमी कर जमा समाज बना, आदमी पुर यक़ीन है तो है। दूर … Read more

गाँधी अब भी ज़िन्दा हैं

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** एक अच्छा विचार हैं गाँधी। सत अहिंसा का सार है गाँधी। उनके दम से हरा भरा भारत, इस चमन की बहार है गाँधी। बद सियासत के पार जा देखो, मुल्क भर का वक़ार हैं गाँधी। नफ़रतों के महल गिराने को, आज भी बे क़रार हैं गाँधी। युद्ध … Read more

भीग रहा दिल का कोना

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** अश्क बहाकर आँख भिगोना। छोड़ो अब ये रोना-धोना। हँसते रहना बाहर-बाहर, अन्दर-अन्दर छुपकर रोना। अश्क नहीं बाहर से दिखते, भीग रहा पर दिल का कोना। रहना जिसको जग में आगे, सीखे कब वो अवसर खोना। खून पसीना एक करे जो, जीते जग में वो ही सोनाll परिचय … Read more

भारतीय रिज़र्व बैंक और सरकार…नियन्त्रण से परे

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** १९४९ में अपनेे वर्तमान स्वरूप में आने से लेकर अब तक कभी भी भारत सरकार ने एक मुश्त इतनी बड़ी रक़म (एक लाख छिहत्तर हज़ार करोड़ रुपए) रिजर्व बैंक की आकस्मिक निधि से नहीं ली है। चीन युद्ध के समय आकस्मिक निधि से कुछ धन लिया गया … Read more

ऊपर से रब देखता

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** आज़ादी का अपहरण,करे जहाँ सरकार। तर्क बगावत का वहाँ,पाता है आधार॥ ज़र के भूखे भेड़िए,चन्द ज़मीर फरोश। पै दर पै दिखला रहे,फिर से अपना जोश॥ अगर चाहिए ज्ञान तो,सुख का कर दे त्याग। विद्या मिलती है उसे,जिसके दिल में आग॥ इधर-उधर की बात कर,मचा रहे हैं शोर। … Read more

हौंसला सभी का बढ़ाया करो

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** जश्न सब ज़िन्दगी के मनाया करो। बाँसुरी चैन की मिल बजाया करो। सख़्त मेहनत करो मुस्कुराओ सदा, मुश्किलों को हँसी में उड़ाया करो। भाई को भाई से जो मिलाते मिलें, हौंसला उन सभी का बढ़ाया करो। नित पसीना बहाते हैं जो लोकहित, पीठ उनकी ज़रा थपथपाया करो। … Read more

साथ तेरा पायेंगे

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** साथ तेरा अगर पायेंगे दूर तक। तब यक़ीनन सनम जायेंगे दूर तक। उलझनों से निजी जब उबर पायेंगे, देख तब ही कहीं पायेंगे दूर तक। कल तलक जो हुआ वो हुआ सो हुआ, अब न धोखे मियाँ खायेंगे दूर तक। मंज़िलों के निशां खूब बतला चुके, ऊँच … Read more

नहीं शर्मसार करो

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** रोज़ उसको न बार-बार करो। जो करो काम आर-पार करो। आ के बैठो गरीबखाने में, मेरी दुनिया को मुश्कबार करो। तेरे बिन है खिजाँ-खिजाँ मौसम, आ के मौसम को खुशगवार करो। जब तुझे मिल गया सनम याराँ, अब न आँखों को अश्कबार करो। माँग ली है ‘हमीद’ … Read more

लोकतंत्र का अपमान है दल बदलना

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** किसी एक दल के चुनाव निशान और नीतियों पर चुनाव जीत कर चुनाव बाद दूसरे दल में शामिल हो जाना लोकतांत्रिक प्रक्रिया का खुला अपमान है। चुनाव जीतने के बाद दूसरे दल में शामिल हो जाना मतदाताओं की भावनाओं के साथ एक खिलवाड़ है। इसकी इजाज़त किसी … Read more

लायल रहे

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** जाति मज़हब देखकर पागल रहे। सद्गुणों के जो नहीं कायल रहे। जो हमें भूला रहा हर दौर में, हम उसी के प्यार में पागल रहे। बूँद बरसी इक न मेरे खेत में, आसमां पेे गो बहुत बादल रहे। जो बुज़ुर्गों ने दिये थे कल मुझे, ज़िन्दगी भर … Read more