बिल्ली और चूहा
डॉ. हंसा दीपटोरंटो (कैनेडा)************************** बीड़ी के कश खींचता हुआ वह लगातार ताक रहा था उस ओर,जहाँ आकाश और धरती एक होने जा रहे थे। सुबह की चहल-पहल शुरू हो गई थी। सभी मर्द खेतों की ओर जा रहे थे। मंगल्या बहुत देर से यूँ ही बैठा था। रात में भी न सो पाया था,न खा … Read more