लम्हें…

विद्या होवालनवी मुंबई(महाराष्ट्र )****************************** गुजरा हुआ हर पल लम्हा बन जाता है,हर लम्हा यादों का बसेरा बन जाता है। कभी-कभार हँसाता है,तो कभी रूला भी देता है,कुछ को भुला देते हैं,तो कुछ नए एहसास भी जगा देता है। लम्हों की धूप-छाँव जीवन भर गुनगुनाती है,कभी मोहब्बत तो कभी नफ़रत भी सिखा देती है। गुजरा हर … Read more

हमारी दुनिया अलग

विद्या होवालनवी मुंबई(महाराष्ट्र )****************************** हमारी दुनिया की अलग कहानी है,औरों ने इसे न जानी है। इसमें मेरी ही खूब चली,हरपल उसकी बातों में ढली। प्यार वाली हवा चली,यादों के एहसासों में पली। पास नहीं,दूर सही,वास्तव नहीं,सपनों में वही। वक्त की मजबूरियों में खड़ी,जिम्मेदारी के बोझ में घिरी। निरन्तर आँखों से जलधारा बही,तन से नहीं,मन से … Read more

माँ-बाबा भगवान

विद्या होवालनवी मुंबई(महाराष्ट्र )****************************** भगवान का अनोखा स्वरूप,माँ-बाप के रूप में पायाउनके स्नेह और दुलार ने-आत्म-विश्वास जगाया। संस्कारों से मुझे रिझाया,संघर्षों में भी आगे बढ़ायाहर मोड़ पर सीख और प्रेरणा-नई उमंगों में साथ निभाया। मिली मुझे माँ-बाबा तुमसे,गलतियों पर डाँट-फटकारइसी अदा में सही राह दिखी-नई पहचान की कलियाँ खिली। अब कर्तव्य हमारा बनता है,बुढ़ापे की … Read more