रिश्तों का कारवाँ

विद्या होवालनवी मुंबई(महाराष्ट्र )****************************** विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. रिश्तों का कारवाँ उम्रभर ऐसीराह चलता रहा,हर मोड़ परबंधनों में उलझता ही रहा।जीवन की हर डगर में अपनों सेअपनापन पाए बिना जूझता ही रहा,मोहब्बत और नफरत कीकरवटें बदलता ही नजर आया।स्वार्थ और मतलबी अनबन मेंभरोसे का दर्पण टूटता रहा,अपेक्षाओं की लहरों मेंजज्बातों का किनारा लगता ही … Read more

होली आई

विद्या होवालनवी मुंबई(महाराष्ट्र )****************************** फागुन संग-जीवन रंग (होली) स्पर्धा विशेष… होली आई होली आई…फागुन मास के संग होली आईसबको खुशियों की सौगात लाई,साथ में नव रंगों की बहार छाई। अब सर्दी अपने घर चली गई,गर्मी हमारे संग रहने आईहरियाली को आबाद रखना,य़ह कहने आई। होली आई शुभ संकेत लाई है,बुराई की पिटाई करनी हैअच्छाई की … Read more

नारी का समर्पण

विद्या होवालनवी मुंबई(महाराष्ट्र )****************************** महिला दिवस स्पर्धा विशेष…… नारी तो बस नारी है,उसके बिना लगतीअधूरी दुनिया सारी है,सबसे न्यारी और प्यारी है। विश्व निर्माता कहलाती है,समर्पण ही उसका जीवन हैपराया घर वह अपनाती है,रिश्तों के बंधन में आप ही बंध जाती है। संस्कारों की पगड़ी पहन,सब-कुछ सँवार लेती हैचरित्र और पावित्रता के दामन पर,आँच न … Read more

मेरी नन्हीं परी…

विद्या होवालनवी मुंबई(महाराष्ट्र )****************************** मेरी नन्हीं परी,अब बड़ी हो चली है…l मेरी प्रतिभा की छवि,पापा की सादगी केअटूट संगम के साथ,आगे बढ़ चली हैIमेरी नन्हीं परी,अब बड़ी हो चली है… बचपन की यादों को,संजोकर युवावस्था केपद पर चल पड़ी हैIमेरी नन्हीं परी,अब बड़ी हो चली है… बढ़ती उम्र के साथ ही,अपनी जिम्मेदारी उठाएनई उम्मीदों के … Read more