मिल गया धोखा प्यार में
अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************ वो ढूंढता रहा दरों-बाज़ार में,मैं खड़ा रहा उसके दरबार में। मन्नत ख़ुशी की गए थे मांगने,मिल गया धोखा हमें प्यार में। बरसती रही बरखा रात भर,हम बह गए आँसू की धार में। वो लूटते रहे हमदर्द बन कर,हम बंधे रहे रिश्तों के तार में। जो बात करते रहे उजालों की,वो ही छोड़ … Read more