मिल गया धोखा प्यार में

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************ वो ढूंढता रहा दरों-बाज़ार में,मैं खड़ा रहा उसके दरबार में। मन्नत ख़ुशी की गए थे मांगने,मिल गया धोखा हमें प्यार में। बरसती रही बरखा रात भर,हम बह गए आँसू की धार में। वो लूटते रहे हमदर्द बन कर,हम बंधे रहे रिश्तों के तार में। जो बात करते रहे उजालों की,वो ही छोड़ … Read more

मौसम आते-जाते हैं

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************ मौसम आते-जाते हैं,फिर हम क्यूँ घबराते हैं। आज गम है कल खुशी,यही तो ये बतलाते हैं। प्रेम प्यार औ तेरा-मेरा,जीवन से इनके नाते हैं। वक़्त कैसा भी आ जाए,मिल के सभी हम गाते हैं। रिश्ते नाते या हो दोस्ती,हर पल उन्हें निभाते हैं। होगी अब चहुँ ओर हरियाली,वृक्ष लगाने कसम हम खाते … Read more

ख़्वाब मेरा सजाया होगा

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************ प्यार ने प्यार से समझाया होगा,दिल में तब मुझे बसाया होगा। नज़रें मिली होगी जब नज़रों से,ख़्वाब मेरा फिर सजाया होगा। जब-जब मेरी याद आई होगी,आँसूओं का सैलाब आया होगा। मिलन की बातें याद कर के सनम,तेरा दिल भी तो मुस्कुराया होगा। वादा जो तूने तोड़ा कोई गम नहीं,‘अनिल’ की कमी ने … Read more

घर मेरे तू आई है

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************ जब से घर मेरे तू आई है,आँखों में तू ही समाई है। कौन कहता अकेला हूँ मैं,तुमसे ही मिली खुदाई है। दिल की इस धड़कन में,तू ही तो बस समाई है। मेरे जीवन की बगिया में,प्रेम की रौशनी बन छाई है। तेरी प्यारी मुस्कान से मेरे घर,खुशियों की बजी शहनाई है। ‘अनिल’ … Read more

सच्चे कर्म ही पहचान

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************ जीवन जीने के कई अरमान देता है,वतन के वास्ते जो अपनी जान देता है। सर उठा के कैसे है जिया जाता,भारत ही सभी को ये ज्ञान देता है। सच्चा कर्म ही हमको दुनिया में,इंसान होने की पहचान देता है। प्राण जाए पर वचन न जाए,ये सीख सिर्फ़ हिंदुस्तान देता है। जन्म दाता … Read more

मिट्टी का तन,मिट्टी का जहां

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)******************************************** आता जाता है जमाना जी,फिर क्यों हमें घबराना जी। हम रहें ना रहें दुनिया में,मौजूद रहता है फ़साना जी। मिट्टी का तन मिट्टी का जहां,इनका नहीं कोई ठिकाना जी। ना अपना रहे ना पराया यहाँ,सबको जहां से है जाना जी। वफ़ा का क्या कहें हम ‘अनिल’,मुश्किल हुआ इसे निभाना जीll परिचय –अनिल … Read more

जिंदगानी नहीं आती

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************************* लौट कर फिर जवानी नहीं आती,प्यार की फिर कहानी नहीं आती। भूल बैठा था सब कुछ तेरे प्यार में,वो गुज़री हुई जिंदगानी नहीं आती। कौन कहता है कि मर के जी गये,मोहब्बत की अब ज़ुबानी नहीं आती। यारों से मिल कर बातें करते थे कभी,उनसे मुलाकातों में रवानी नहीं आती। छुप के … Read more

नववर्ष

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************************* नववर्ष है आने वाला,ले खुशियों की सौगातनहीं करेंगे कोई अब,दु:ख-दर्द की बात। सुख-शांति की होती रहे,जग में बरसातमहामारी के दानव को हम,दिखा देंगे उसकी औकात। विश्व पटल पर फिर से हम,आतंकियों को दिखलाएंगे उनकी जातदेशद्रोहियों को,करने ना देंगे घात। घात करेगा जो हम पर,मिटा देंगे उसकी बिसातlनववर्ष में मिल के रहेंगे,होंगे खुशियों … Read more

पहचान

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************************* खुद को नहीं पहचान रहा,सबको दुश्मन मान रहा। जीवन का नहीं ठिकाना,फिर क्यूँ सीना तान रहा। औरों पे जान लुटाता फिरता,अपनों के लिये अंजान रहा। मृत्यु पर उनके भोज कराता,जिंदा में क्यों न एहसान रहा। जन्मदाता खाते रहे थपेड़े,और उन्हें तू करता बदनाम रहा॥ परिचय –अनिल कसेर का निवास छतीसगढ़ के जिला-राजनांदगांव … Read more

राग-द्वेष हम छोड़ दें

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************************* विश्व शांति दिवस स्पर्धा विशेष…… विश्व शांति की कामना,धर ले दिल में आज।राग-द्वेष हम छोड़ दें,बने प्रेम से काजll पंच तत्व ही सार है,बाकी सब बेकार।सत्य काम आते यहाँ,जीवन देते तारll भिन्न-भिन्न संस्कार हैं,धरा बने पहचान।प्रेम भावना जो रखे,जग में बने महानll बेशक भाषा भिन्न हैं,मन के भाव समान।समझे दिल की बात … Read more