सरल सुगम है अपनी भाषा
तेरस कैवर्त्य ‘आँसू’ सोनाडुला(छत्तीसगढ़) ************************************************ अति सुन्दर मन लगे सुहानी। बोल लिखे इस लिपि में ज्ञानी॥ बहुत वर्ण स्वर हिन्दी माला। हिन्द देश अरमान निराला॥ सरल सुगम है अपनी भाषा। फिर क्यों अन्य करें अभिलाषाll दुल्हन जैसी खूब सजे है। अलंकार रस छंद बजे हैं॥ कवि लेखक साहित्य रचाते। मन को खोल विचार दिखाते॥ हिन्दी … Read more