सत्य

डॉ.किशोर जॉन इंदौर(मध्यप्रदेश) ************************************************************** मौत की कगार पे खड़ा सत्य, मौत के बाज़ार में,इंतज़ार में l तार-तार हो चुके हैं कपड़े सत्य को ढकते-ढकते l ख़ून भी सारा बह चुका, झूठ की तलवारों से। पसीना भी सूख चुका, असत्य की बयारों से। जीभ भी कंपकंपाती है, प्रतिकार भी शक्तिहीन-सा लाचार अंधत्व-सा छा गया है, असत्य … Read more