शतकोटि ‘सीता

डॉ. रीता कुमारी ‘गामी’ मधुबनी (बिहार) ********************************************************************************* सुनो-सुनो शंखनाद हुआ है, कुछ करने का एलान हुआ है, युगपुरुष ने है हुंकार लगायी, करने सजग धनुटंकार बजायी। एक राम थे,एक थी सीता एक ही राम हैं,शतकोटि है सीता! प्रजावत्सल ने राजधर्म निभाया, किया नहीं किसी को अनदेखा एक-एक की होगी रक्षा,उसने, सबके आगे लक्ष्मण-रेखा है खींची। … Read more