इकरार
केवरा यदु ‘मीरा’ राजिम(छत्तीसगढ़) ******************************************************************* हाथों में हाथ लेकर इकरार करती हूँ, हाँ सजन,मैं तुमसे प्यार,प्यार करती हूँ। मेरे जीवन बगिया के तुम ही तो माली, सिंदूर तुम हो माँग का,मेरे होंठों की लाली। तेरे लिये ही प्रियतम श्रृंगार करती हूँ, हाँ सजन,मैं तुमसे प्यार,प्यार करती हूँ॥ तुम जिन्दगी हो मेरी हो साँसो की सरगम, … Read more